Landslide and heavy rain in Sikkim
Landslide and heavy rain in Sikkim : गंगटोक। उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 1,500 से अधिक पर्यटक फंस गए। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संगकालांग में एक नवनिर्मित पुल ढह गया, जिसके कारण मंगन का द्जोंगू व चुंगथांग से संपर्क टूट गया।
Landslide and heavy rain in Sikkim : अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कई मकान जलमग्न व क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बिजली के खंभे बह गए। गुरुडोंगमार झील और युनथांग घाटी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के लिए जाने जाने वाले मंगन जिले के जोंगू, चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग जैसे कस्बे का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है।
मंगन के जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री ने बताया, ‘पाक्षेप और अम्बीथांग गांवों में तीन-तीन लोगों की मौत हो गई।’ गेयथांग और नामपाथांग में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। छेत्री ने बताया कि विस्थापित लोगों के लिए पाक्षेप में एक राहत शिविर स्थापित किया गया है। भूस्खलन के कारण ब्रिंगबोंग पुलिस चौकी को निकटवर्ती स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि संकलान में एक पुल की नींव क्षतिग्रस्त हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते उत्तरी सिक्किम में मोबाइल नेटवर्क प्रभावित है। वहीं, जिला प्रशासन ने मंगन में राशन के साथ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की एक टीम भेजने का अनुरोध किया। सड़क से मलबा हटाने के लिए मंगशिला डिग्री कॉलेज के पास एक ‘अर्थमूवर’ मशीन को लगाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पेमा खांडू के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अरूणाचल प्रदेश गए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने तबाही पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उत्तर जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ संवाद किया। एक बयान में मुख्यमंत्री तमांग ने कहा, ‘पीड़ितों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। पुनर्वास सहायता, अस्थायी बसावट के बंदोबस्त और बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्य किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार इस आपदा के पीड़ितों के साथ दृढ़ता से खड़ी है तथा शोक संतप्त परिवारों और भूस्खलन से प्रभावित एवं विस्थापित सभी लोगों को अधिकतम सहायता देने का वादा करती है।’ मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग जल्द ही सिक्किम लौटेंगे और बचाव तथा राहत कार्यों पर व्यक्तिगत निगरानी करेंगे।