हिमाचल विधानसभा सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा, भाजपा ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बहिर्गमन किया

हिमाचल विधानसभा सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा, भाजपा ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बहिर्गमन किया

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  • Publish Date - August 27, 2024 / 07:21 PM IST,
    Updated On - August 27, 2024 / 07:21 PM IST

शिमला, 27 अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मंगलवार को शुरू हुआ मानसून सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा क्योंकि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था पर उसके स्थगन प्रस्ताव को खारिज किये जाने के बाद सदन से बहिर्गमन किया।

दो सप्ताह तक चलने वाले इस सत्र के पहले दिन दिवंगत पूर्व विधायकों टेकचंद डोगरा, नारायण सिंह स्वामी और दौलत चौधरी को श्रद्धांजलि दी गयी। इसके तुरंत बाद विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से कानून एवं व्यवस्था की ‘बिगड़ती’ स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव को अनुमति देने का आग्रह किया।

स्थगन प्रस्ताव को खारिज करते हुए पठानिया ने कहा कि इस मामले को नियम 130 (नीति, स्थिति, बयान, रिपोर्ट या किसी अन्य मामले पर विचार करने का प्रस्ताव) के तहत उठाया जा सकता है, जिसके बाद भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।

ठाकुर ने कहा कि बद्दी में 15 लोगों ने लाठियों से तीन लोगों की पिटाई की जिसमें एक की मौत हो गई, पालमपुर में एक युवती पर हमला कर उसे घायल कर दिया गया, पूर्व कांग्रेस विधायक का बेटा बिलासपुर में गोलीबारी में शामिल था और बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में माफिया राज कायम है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कर रही है।

सदन में भाजपा के रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि पहली बार कांग्रेस के पूर्व विधायक के बेटे ने पंजाब से शूटर को बुलाया है, जबकि स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही हैं। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि अपराध तीन गुना बढ़ गए हैं, लेकिन सरकार अब भी गंभीर नहीं है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नियम 67 (स्थगन प्रस्ताव) के तहत केवल जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है, लेकिन विपक्ष हरियाणा के एक गिरोह और नशा कारोबार में शामिल एक अन्य गिरोह के बीच गैंगवार पर चर्चा की मांग कर रहा है।

सुक्खू ने कहा, ‘वर्तमान में प्राकृतिक आपदा एक गंभीर मुद्दा है और यदि भारी बारिश के कारण हुए नुकसान पर चर्चा की जाती तो हम इस पर सहमत होते।’

उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के बेटे को कुछ ही घंटों में सलाखों के पीछे भेज दिया गया और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

भाषा

शुभम माधव

माधव

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