Bijapur Naxal News/Image Credit: IBC24
शिमला/हमीरपुर: woman accuses SDM of sexual harassment, कुल्लू की एक महिला ने सुजानपुर के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है, लेकिन अधिकारी ने इस आरोप को निराधार बताया है। एसडीएम विकास शुक्ला ने शुक्रवार को जारी एक वीडियो में कहा कि मामले की तीन स्तरों पर जांच हो चुकी है और उन्हें निर्दोष पाया गया है। उन्होंने आरोपों को निराधार बताया।
कुल्लू जिले की एक पंचायत सचिव ने शुक्ला पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि 24 अगस्त, 2024 को जब शुक्ला कुल्लू के एसडीएम थे, तो उन्होंने उसे अपने आवास पर बुलाया और एक दोस्त के साथ मिलकर उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की। पंचायत सचिव ने आरोप लगाया कि जब उसने विरोध किया तब उसे पीटा गया तथा शुक्ला के दोस्त ने इस घटना का वीडियो बनाया।
उसने यह भी कहा था कि पुलिस ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की और मुख्य सचिव ने पुलिस को मामले की जांच करने का निर्देश दिया।
वीडियो में शुक्ला ने कहा, ‘‘एक महिला मेरे पास छोटे-मोटे काम लेकर आती थी और धीरे-धीरे वह मुझमें दिलचस्पी लेने लगी। वह मुझे बार-बार फोन करने लगी। मैंने उसे कई बार समझाने की कोशिश की कि कुछ पाबंदियां हैं, लेकिन उसने मेरा पीछा करना और मुझे परेशान करना शुरू कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक बार वह महिला मेरे घर भी आई और जब उससे इस बारे में पूछा गया तो वह गुस्सा हो गई और कहानियां गढ़ने लगी।’’
इस बीच, ऊना के एसडीएम के रूप में तैनात हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विश्व मोहन देव चौहान के खिलाफ दर्ज शादी के बहाने बलात्कार के मामले के संबंध में पुलिस से स्थिति रिपोर्ट मांग चुके हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को अग्रिम जमानत की सुनवाई तीन अक्टूबर के लिए टाल दी।
read more: उप्र: गला रेतकर महिला की हत्या करने के आरोप में उसका पति गिरफ्तार