तिरुवनंतपुरम, 26 सिंतबर (भाषा) केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने शुक्रवार को कहा कि केरल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पर उनका रुख वही है जो 2016 में था और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और पर्यटन राज्य मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे जो कहना था, मैंने कह दिया है। मेरा केवल एक ही रुख है। यह वही है जो मैंने 2016 में कहा था।’
हाल में दिए एक और बयान में उन्होंने अलप्पुझा जिले में एम्स की स्थापना की मांग की थी। पार्टी के कई नेताओं ने इसे उनका निजी विचार बताया था और कहा था कि केंद्र को यह तय करना है कि केरल में एम्स को कहां स्थापित किया जाएगा।
गोपी ने 2016 में कथित तौर पर कहा था कि वह केरल में एम्स बनवाने का प्रयास करेंगे।
इस सप्ताह की शुरुआत में, उन्होंने कहा था कि उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री से अलप्पुझा में जमीन आवंटित करने का अनुरोध किया था।
सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने उनके बयान को इस मुद्दे पर ‘अनावश्यक विवाद’ पैदा करने का प्रयास करार दिया है, जबकि राज्य ने कोझिकोड को चिकित्सा संस्थान के लिए आदर्श स्थल बताते हुए एक प्रस्ताव दिया था और इसके लिए भूमि भी चिह्नित कर अधिग्रहण कर लिया था।
भाजपा के राज्य महासचिव एमटी रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा था कि पार्टी केरल में कहीं भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना का स्वागत करती है।
गोपी की मांग के संबंध में, रमेश ने कहा था कि यह उनकी निजी राय है।
भाजपा नेता ने कहा था कि विशिष्ट मापदंडों और राज्य सरकार के परामर्श के आधार पर इस प्रमुख चिकित्सा संस्थान के स्थान का निर्णय केंद्र को करना है।
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