Vande Bharat: कांग्रेस के ‘थरूर’..’हाथ’ से और दूर! क्या थरूर पार्टी लाइन से भटक रहे हैं? देखिए रिपोर्ट
Vande Bharat: कांग्रेस के 'थरूर'..'हाथ' से और दूर! क्या थरूर पार्टी लाइन से भटक रहे हैं? देखिए रिपोर्ट
Vande Bharat | Photo Credit: IBC24
- शशि थरूर ने पीएम मोदी की खुलकर की तारीफ
- कांग्रेस नेतृत्व और थरूर के बीच लंबे समय से मतभेद
नई दिल्ली: Vande Bharat केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरुर इन दिनों कांग्रेस में हाशिए पर चल रहे है। पार्टी आलाकमान उनसे नाखुश है। कभी उनके बयान से ही किनारा कर लेती है तो कभी उन्हें बीजेपी के करीब बताकर निशाना भी साधा जा रहा है। पार्टी की नाराजगी के बीच शशि थरूर का एक X पोस्ट इन दिनों खूब चर्चा में है।
Vande Bharat थरूर के इस पोस्ट लिखा है Dont ask permission to fly the wings are yours and the sky belongs to no one यानी “उड़ने के लिए इजाजत की जरूरत नहीं, पंख आपके हैं, और आसमान किसी का नहीं।”
थरुर के इस पोस्ट को कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना माना जा रहा है। सांसद शशि थरूर और कांग्रेस के रिश्ते अभी तक सामान्य नहीं हो पाएं हैं। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का ये ताजा बयान सीधे-सीधे शशि थरुर पर निशाना माना जा रहा है।
दरअसल थरुर ने हाल में अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर तारीफ की। पीएम मोदी को प्राइम असैट बताया। शशि थरुर ने लिखा कि “प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक मंचों पर सक्रियता और संवाद की तत्परता भारत के लिए एक अहम पूंजी है। लेकिन इसे और सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है।”
शशि थरुर के इस लेख को PM मोदी ने भी अपने ऑफिशियल X अकाउंट पर शेयर किया। कांग्रेस के गलियारों में थरुर के लेख से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या थरूर पार्टी लाइन से भटक रहे हैं या वे अपनी अलग राजनीतिक पारी की बुनियाद रख रहे हैं? विवाद बढ़ा तो शशि थरूर ने इस पर सफाई दी।
थरुर ने कहा “कुछ लोग दुर्भाग्यवश इस लेख को भाजपा में शामिल होने का संकेत मान रहे हैं। मेरा लेख भाजपा में जाने का कोई इशारा नहीं है। ये राष्ट्रीय एकता और भारत के हित में लिखा गया बयान है। मैंने संयुक्त राष्ट्र में 25 साल सेवा दी है और भारत की सेवा के लिए वापस आया हूं।”
शशि थरूर और कांग्रेस आलाकमान के बीच लंबे समय से मनमुटाव चल रहा है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश जाने वाले डेलीगेशन में उन्हें शामिल किए जाने से ये और तल्ख हो चुका है। थरुर का आरोप है कि पार्टी की केरल इकाई उनकी अनदेखी कर रही है और उन्हें नीतिगत फैसलों से दूर रखा जा रहा है। हालांकि फिर भी थरुर ने केरल उपचुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार किया। थरुर के मन में क्या है और वो पार्टी में अपना भविष्य कितना सुरक्षित समझते है फिलहाल इसका बस अनुमान ही लगाया जा सकता है।

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