झारखंड: भूमिगत खदान से ‘जहरीली’ गैस के रिसाव के कारण एक हजार से अधिक लोगों को निकाला जाएगा

झारखंड: भूमिगत खदान से ‘जहरीली’ गैस के रिसाव के कारण एक हजार से अधिक लोगों को निकाला जाएगा

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 10:28 PM IST,
    Updated On - December 4, 2025 / 10:28 PM IST

धनबाद, चार दिसंबर (भाषा) झारखंड के धनबाद जिले में भूमिगत खदानों से ‘जहरीली गैस रिसाव’ की घटना के बाद इलाके के एक हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि जिले के केंदुआडीह बस्ती के विभिन्न स्थानों पर ऐसी खदानों से कथित रूप से कार्बन मोनोऑक्साइड के रिसाव के कारण एक महिला की बुधवार को मौत हो गई, जबकि 12 लोग बीमार पड़ गए।

उन्होंने बताया कि महिला की मौत का वास्तविक कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी।

अधिकारियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने लोगों को ‘खतरे वाले क्षेत्रों’ से बाहर निकालना शुरू कर दिया।

भूमिगत खदानों में आग लगने के कारण इस क्षेत्र को ‘खतरनाक क्षेत्र’ घोषित किया गया है।

यहां एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने इलाके में स्थित घरों की दीवारों पर नोटिस चस्पा किए, जिसमें लोगों से जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा गया है।

बीसीसीएल के पुटकी-बलिहाटी कोलियरी क्षेत्र के महाप्रबंधक (जीएम) जी. सी. साहा ने संवाददाताओं को बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बस्ती में तीन एम्बुलेंस को तैयार रखा गया है।

साहा ने कहा, ‘‘कंपनी स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। जान-माल की सुरक्षा के लिए हमने पहले ही उनसे खतरे वाले क्षेत्र को छोड़ने का अनुरोध किया है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि गैस उत्सर्जन के सभी रिसाव बिंदुओं को अब बंद कर दिया गया है।

बीसीसीएल प्रबंधन बुधवार शाम को हरकत में आया, जब राजपूत बस्ती के एक दर्जन से अधिक निवासियों ने कथित तौर पर उल्टी, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ संबंधी शिकायत की।

अधिकारियों ने बताया कि 2019 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, झरिया कोयला क्षेत्र के भूमिगत खदानों की आग और धंसाव की आशंका वाले 595 क्षेत्रों के करीब लगभग 946 परिवार रहते हैं।

भाषा

शुभम प्रशांत

प्रशांत