बेलगावी, 10 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस विधानसभा दल (सीएलपी) की बैठक के दौरान पार्टी विधायकों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विकास निधि की मांग और नौकरशाहों की उदासीनता जैसे मुद्दे उठाए। कांग्रेस सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को नेतृत्व के समक्ष यह बात रखी कि केवल गारंटी योजनाएं ही पर्याप्त नहीं हैं, विकास भी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के अलावा मंत्री और विधायक भी शामिल हुए।
सीएलपी की बैठक के दौरान, कुछ कांग्रेस विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए धन की मांग की और नौकरशाहों के कामकाज के संबंध में अपनी आपत्तियां व्यक्त कीं।
उन्होंने बताया कि विधायकों ने विकास संबंधी मुद्दों से जुड़ी फाइल को अधिकारियों द्वारा रोके जाने और भ्रष्टाचार के कुछ आरोपों का मुद्दा भी उठाया।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने विधायकों को आश्वासन दिया कि प्रत्येक विधायक को दिए जाने वाले 50 करोड़ रुपये में से राशि चरणबद्ध तरीके से जारी की जाएगी और वह इस संबंध में वित्त विभाग से बात करेंगे।
इस बैठक के दौरान सिद्धरमैया ने पार्टी विधायकों से उत्तर कर्नाटक से संबंधित मुद्दों तथा गन्ना और मक्का किसानों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ विपक्ष के हमलों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि केंद्र सरकार गन्ना और मक्का किसानों का समर्थन नहीं कर रही।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य सरकार के खिलाफ किसानों को भड़काने का आरोप भी लगाया। सिद्धरमैया ने कहा कि सरकार किसानों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
भाषा रवि कांत सिम्मी
सिम्मी