कर्नाटक के संत ने पुतिन को गीता भेंट करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की

कर्नाटक के संत ने पुतिन को गीता भेंट करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की

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  • Publish Date - December 5, 2025 / 10:31 PM IST,
    Updated On - December 5, 2025 / 10:31 PM IST

उडुपी, पांच दिसंबर (भाषा) पुथिगे मठ के महंत सुगुनेंद्र तीर्थ स्वामीजी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भगवद् गीता का रूसी संस्करण भेंट करने का शुक्रवार को स्वागत किया और इसे दुनिया के साथ अपनी आध्यात्मिक परंपराओं को साझा करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि बताया।

महंत ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनयिक उपहार के रूप में गीता का चयन भारत की सभ्यतागत विरासत में निहित सार्वभौमिक मूल्यों को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री के निरंतर प्रयास को दर्शाता है।

उन्होंने कहा, “भगवद् गीता भारत द्वारा मानवता को दिया गया एक अमूल्य ग्रंथ है। प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं, गीता अपने साथ ले जाते हैं। इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता।”

स्वामीजी ने कहा, “रूसी अनुवाद भेंट कर प्रधानमंत्री ने एक बार फिर प्रदर्शित किया है कि भारत की आध्यात्मिक संपदा सभी संस्कृतियों के लिए है। इस संदेश का बहुत महत्व है।”

उन्होंने यह भी कहा कि गीता की शिक्षा शासन और लोक प्रशासन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

महंत ने कहा, “यह ग्रंथ परिणामों की फिक्र किये बिना अपने कर्तव्य का पालन करने पर जोर देता है। जब व्यक्ति अत्यधिक परिणाम-उन्मुख हो जाते हैं, तो कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है। ये सिद्धांत सरकारों और संस्थाओं के लिए प्रासंगिक हैं।”

उन्होंने कहा कि पुतिन को गीता भेंट करने से भारत की वैश्विक सांस्कृतिक उपस्थिति मजबूत हुई है और विभिन्न भाषाओं में शास्त्रीय ग्रंथों के प्रसार को प्रोत्साहन मिला है।

भाषा जितेंद्र अविनाश

अविनाश