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तिरुवनंतपुरम, 13 दिसंबर (भाषा) केरल के 1,199 स्थानीय निकायों के लिए हुए चुनाव की सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना के तीन घंटे बाद के राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि एलडीएफ की तुलना में यूडीएफ अधिकतर ग्राम एवं ब्लॉक पंचायतों, नगरपालिकाओं और निगमों में आगे है।
एसईसी की ओर से साझा किए गए प्रारंभिक रुझानों से पता चलता है कि पूर्वाह्न 11.05 बजे तक सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) 371 और विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) 389 ग्राम पंचायतों में आगे थे।
शुरुआती रुझानों के अनुसार, यूडीएफ 55 नगरपालिकाओं, आठ जिला पंचायतों, 76 ब्लॉक पंचायतों और चार निगमों में आगे है, जबकि एलडीएफ को 29 नगरपालिकाओं, छह जिला पंचायतों, 64 ब्लॉक पंचायतों और एक निगम में बढ़त हासिल है।
रुझानों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 15 ग्राम पंचायतों, तीन नगरपालिकाओं और एक निगम में आगे है।
तिरुवनंतपुरम नगर निगम के रुझानों में राजग एलडीएफ और यूडीएफ से काफी आगे है। तिरुवनंतपुरम नगर निगम में पिछले 45 वर्षों से एलडीएफ की सत्ता है।
कोल्लम, कोच्चि और त्रिशूर नगर निगमों में एलडीएफ को झटका लगने की आशंका है, जहां उसने पिछली बार जीत हासिल की थी।
कोल्लम नगर निगम पर 2000 से और त्रिशूर नगर निगम पर 2015 से एलडीएफ का शासन है।
एलडीएफ ने 2020 में कोच्चि नगर निगम सीट यूडीएफ से जीती थी और अब कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन वहां वापसी करने के लिए तैयार दिख रहा है।
पूर्वाह्न 11.05 बजे तक के रुझानों के अनुसार, यूडीएफ के कन्नूर नगर निगम को बरकरार रखने संभावना है और कोझिकोड नगर निगम एलडीएफ के पास रहने की उम्मीद है।
भाजपा के कब्जे वाली पलक्कड़ नगरपालिका में भी यूडीएफ बढ़त बनाए हुए है।
मतगणना 244 केंद्रों और 14 जिलाधिकारी कार्यालयों में जारी है।
तिरुवनंतपुरम, पलक्कड़ और वडाकारा सहित कुछ मतगणना केंद्रों पर बूथ एजेंट और उम्मीदवारों को प्रवेश देने को लेकर कुछ समस्याएं सामने आईं।
स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों से केरल में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतक दलों और गठबंधनों के प्रचार अभियान की दिशा तय होगी।
चुने गए पंचायत सदस्यों और नगर पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे होगा। वहीं, निगम पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 21 दिसंबर को सुबह 11 बजे आयोजित किया जाएगा।
भाषा सुरभि पारुल
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