कोलकाता चिकित्सक बलालत्कार-हत्या मामले में अदालत ने मुख्य आरोपी के ‘पॉलीग्राफी टेस्ट’ की अनुमति दी

कोलकाता चिकित्सक बलालत्कार-हत्या मामले में अदालत ने मुख्य आरोपी के ‘पॉलीग्राफी टेस्ट’ की अनुमति दी

कोलकाता चिकित्सक बलालत्कार-हत्या मामले में अदालत ने मुख्य आरोपी के ‘पॉलीग्राफी टेस्ट’ की अनुमति दी
Modified Date: August 23, 2024 / 07:14 pm IST
Published Date: August 23, 2024 7:14 pm IST

नयी दिल्ली, 23 अगस्त (भाषा) कोलकाता की एक विशेष अदालत ने कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित बलात्कार एवं हत्या के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के ‘पॉलीग्राफी टेस्ट’ की शुक्रवार को अनुमति दे दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सीसीटीवी फुटेज और चिकित्सक के शव के पास एक ‘ब्लूटूथ डिवाइस’ मिलने के बाद रॉय की गिरफ्तारी हुई थी। रॉय को कॉलेज के सेमिनार हॉल में प्रवेश करते हुए देखा गया था और वहीं पर चिकित्सक का शव मिला था।

रॉय (33) वर्ष 2019 में एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था। पुलिस ने आरोप लगाया है कि रॉय ने कम से कम चार शादियां की थीं।

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अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के विशेषज्ञों की एक टीम परीक्षण करेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) भी रॉय की डीएनए और मनोविश्लेषण रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जो उसकी जांच को आगे की दिशा देगी।

सीबीआई ने बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय को बताया था कि स्थानीय पुलिस ने स्नातकोत्तर चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले को छुपाने का प्रयास किया था। सीबीआई ने कहा कि उसके जांच का जिम्मा संभालने से पहले अपराध स्थल से छेड़छाड़ की गई थी।

अस्पताल के सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर से बलात्कार एवं हत्या के बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ है।

चिकित्सक का शव नौ अगस्त की सुबह अस्पताल के छाती रोग विभाग के सेमिनार हॉल के अंदर पाया गया था। रॉय को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को स्थानांतरित करने का आदेश दिया। सीबीआई ने 14 अगस्त को मामले की जांच शुरू की थी।

भाषा जोहेब सुरेश

सुरेश


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