(के प्रवीण कुमार)
तिन्नाकारा/कवरत्ती (लक्षद्वीप), 10 फरवरी (भाषा) यदि आप खूबसूरत पर्यटन स्थल लक्षद्वीप जाने की योजना बना रहे हैं तो यहां के खास व्यंजन नारियल गुड़ को चखना मत भूलिएगा जो बेहद लजीज और स्वास्थ्यवर्धक है।
विशेष तरीके से पकाए जाने और अत्यधिक मांग के कारण नारियल गुड़ का स्वाद चखना जेब पर हालांकि थोड़ा भारी पड़ता है।
तिन्नाकारा द्वीप पर एक छोटा सा रेस्तरां संचालित करने वाले सैफुल्ला ने कहा, ‘‘30 लीटर नारियल के रस को पकाकर गाढ़ा करने से हमें केवल 2.5 किलोग्राम गुड़ मिल सकता है, इसलिए यह बहुत महंगा है। इसकी कीमत 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम है।’’
नारियल गुड़ की मांग इतनी अधिक है कि अगर किसी को यह विशेष गुड़ लेना है तो उसे पहले से इसके लिये ऑर्डर बुक कराना होता है।
द्वीपवासियों का मानना है कि इस गुड़ को मधुमेह के मरीज भी खा सकते हैं और वे मिठाइयां या चाय बनाते समय इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
द्वीपवासियों ने कहा कि यह गुड़ लंबे समय तक खराब नहीं होता और इसे फ्रिज में नहीं रखा जाना चाहिए।
सैफुल्ला ने कहा, ‘‘यह लक्षद्वीप का एक विशेष उत्पाद है। हम इसका खट्टापन दूर करने के लिए इसे पकाते समय समुद्र से एकत्र किए गए मूंगा पत्थरों का उपयोग करते हैं।’’
तिन्नाकारा में करीब 15 लोग ऐसे हैं जो केवल नारियल रस निकालने और उससे गुड़ बनाने का काम करते हैं। नारियल के रस को लगातार चार घंटे से अधिक समय तक उबालने पर नारियल गुड़ बनता है और इसका खट्टापन दूर करने के लिए इसे पकाते समय मूंगे के पत्थरों का उपयोग किया जाता है।
यह लक्षद्वीपवासियों का एक विशिष्ट उत्पाद है, जिसका उपयोग वे ‘लक्षद्वीप हलवा’ और अन्य मिठाइयां बनाने के लिए करते हैं।
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