दिल्ली: केंद्र सरकार ने पीएफआई पर पांच साल के लिए बैन लगा दिया है। दिया है। पूरे देश से लगभग 106 पीएफआई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों की माने तो पीएफआई की संलिप्तता आतंकी संगठनों के साथ पाई गई है। बैंक के इस फैसले को भाजपा शासित प्रदेशों में बड़े धूमधाम से स्वागत किया गया है। लेकिन अन्य पार्टियों ने ऐलान का स्वागत के साथ कुछ अन्य बयान भी दिए हैं। जिनमें राजद प्रमुख लालू यादव का बयान प्रमुख है। राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा कि पीएफआई का बैन करना सही निर्णय है लेकिन सरकार को आरएसएस को भी बैन करनी चाहिए ।
मीडिया से बात चीत के दौरान कही ये बात
लालू प्रसाद यादव ने राजद अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, मुस्लिमों के साथ गलत हो रहा है। एकरूपता लाने की जरूरत है और पीएफआई के साथ-साथ आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए। आरएसएस पर पहले भी प्रतिबंध लग चुका है। लालू यादव ने आगे कहा, याद रहे, आरएसएस पर सबसे पहले लौह पुरुष सरदार पटेल ने प्रतिबंध लगाया था। इन्हीं लोगों ने दुर्गा वाहिनी बनाया था। आरएसएस और इस तरह के सभी संगठनों पर प्रतिबंध लगे। सबसे पहले RSS को बैन करो, यह पीएफआई से भी बुरा संगठन है। लालू यादव ने कहा, देश में गरीबी है, भ्रष्ट्राचार है, और ये लोग हिंदू-मुस्लिम कर देश को तोड़ना चाहते हैं। मस्जिद पर चढ़कर झंडा फहराना, ये क्या है। ये दंगा फसाद कर शासन में बने रहना चाहते हैं। आरएसएस पर बैन लगना चाहिए क्योंकि देश में दंगा फसाद कर शासन में बना रहना चाहता है लोग। मगर अब इनके दिन लद गए हैं। सभी विपक्षी दलों को साथ लाना है और बीजेपी को उखाड़ फेंकना है। इस बार बीजेपी का पताका नहीं फहरेगा।