नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ‘‘अराजकता फैलाने की धमकी’’ देने का आरोप लगाया और कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को पटरी से उतारने के उनके प्रयास सफल नहीं होंगे।
बनर्जी ने राज्य में एक बार फिर एसआईआर-विरोधी मार्च निकाला।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि बनर्जी एसआईआर प्रक्रिया में शामिल बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) की मौत को लेकर ‘‘झूठ बोल रही हैं और तथ्यों को तोड़-मरोड़ रही हैं’’।
भाजपा ने पूछा कि उनके प्रशासन ने ‘‘ड्यूटी पर मारे गए’’ इन बीएलओ की पुलिस एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्यों नहीं दी, क्योंकि इससे (रिपोर्ट न देने से) मृत बीएलओ के परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिल पाया।
बनर्जी ने मंगलवार को राज्य में एसआईआर की कवायद को लेकर निर्वाचन आयोग (ईसी) और भाजपा पर निशाना साधा तथा कहा कि भगवा पार्टी ‘‘करोड़ों रुपये और सभी केंद्रीय एजेंसियों’’ को लगा सकती है, लेकिन फिर भी ‘राजनीतिक रूप से उनसे नहीं लड़ पाएगी’।
मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के बनगांव में एसआईआर विरोधी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर आप बंगाल में मुझे (राजनीतिक रूप से) निशाना बनाने और मारने की कोशिश करेंगे, तो मैं पूरे देश में आपकी नींव हिला दूंगी… एक घायल बाघ ज्यादा खतरनाक होता है…’’।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ममता बनर्जी हताश हैं और अराजकता की धमकी दे रही हैं क्योंकि एसआईआर में अवैध ‘घुसपैठियों’ की पहचान की जा रही है और उन्हें हटाया जा रहा है।’’
पश्चिम बंगाल के भाजपा सह-प्रभारी अमित मालवीय ने बनर्जी की आलोचना करते हुए उन्हें ‘कार्यवाहक मुख्यमंत्री’ कहा और आरोप लगाया कि अब वह बीएलओ से लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) तक को धमकी देने पर उतर आई हैं।
भाषा
सुरेश अविनाश
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