नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) रेल मंत्रालय ने विभिन्न टर्मिनल पर मालगाड़ियों में असमान माल लदान की निगरानी और पता लगाने के लिए एक प्रायोगिक परियोजना के तहत तीन जोन को अनुबंध के आधार पर ड्रोन खरीदने को कहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, असमान माल लदान मालगाड़ियों के पटरी से उतरने का एक प्रमुख कारण रहा है और मंत्रालय ट्रेन परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में इसके लाभों का लाभ उठाने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहता है।
मंत्रालय ने तीन डिवीजनों – दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर), दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) और दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्ल्यूआर) को संबोधित 10 जून को लिखे पत्र में कहा, “माल ढुलाई परिचालन में सुरक्षा, दक्षता और तकनीकी आधुनिकीकरण पर बढ़ते जोर के संदर्भ में, लदान प्रक्रिया की निगरानी, टर्मिनल पर डिब्बों के असमान माल लदान का पता लगाने और रोकथाम के लिए ड्रोन आधारित निगरानी को एक व्यवहार्य समाधान के रूप में पहचाना गया है।”
उसने कहा, “इस संबंध में सक्षम प्राधिकारी ने चयनित टर्मिनल पर वास्तविक समय निगरानी, मॉनीटरिंग और असमान लदान का पता लगाने के लिए अनुबंध के आधार पर खरीदे जाने वाले ‘ड्रोन को सेवा के रूप में’ तैनात करने के लिए पायलटों की नियुक्ति करने के वास्ते एसईआर, एसईसीआर और एसडब्ल्यूआर को नामित करने का निर्णय लिया है।”
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