‘असहाय’ बनने की कोशिश कर उपराज्यपाल पर दोष मढ़ रहे हैं उमर अब्दुल्ला : सज्जाद लोन

‘असहाय’ बनने की कोशिश कर उपराज्यपाल पर दोष मढ़ रहे हैं उमर अब्दुल्ला : सज्जाद लोन

  •  
  • Publish Date - December 7, 2025 / 04:58 PM IST,
    Updated On - December 7, 2025 / 04:58 PM IST

श्रीनगर, सात दिसंबर (भाषा) पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने रविवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला लोक सेवा आयोग द्वारा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा कराए जाने के मुद्दे पर असहाय होने का नाटक कर रहे हैं और परीक्षा में शामिल होने की अधिकतम आयु सीमा में छूट देने के अनुरोधों को नजरअंदाज कर रहे हैं।

लोन ने मुख्यमंत्री अब्दुल्ला पर उपराज्यपाल कार्यालय पर दोष मढ़ने का आरोप लगाया।

लोन ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पिछले एक साल से हम एक मुख्यमंत्री को ‘मिस्टर बेचारा’ (असहाय) बनने की कोशिश करते हुए देख रहे हैं। वह लगातार रो रहे हैं कि उनके पास काम करवाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं।”

हंदवाड़ा से विधायक लोन ने कहा कि आयु सीमा में छूट की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं होने से जम्मू कश्मीर के हजारों युवाओं के सपने चकनाचूर हो गए हैं।

लोन ने कहा, “वह (अब्दुल्ला) इन युवाओं के सपनों को नहीं समझेंगे। मुझे नहीं पता कि उन्होंने कोई परीक्षा दी भी है या नहीं। हजारों युवा, जो अधिकारी बनने का सपना देखते थे, उन्हें इस अवसर से वंचित कर दिया गया है।”

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आयु सीमा में छूट के मामले में उठाए गए मुद्दों का जवाब देना होगा।

लोन ने कहा, ‘‘समय आ गया है कि वह उपराज्यपाल के पोस्ट का बिंदुवार जवाब दें। अगर यह सच है कि दो दिसंबर को उपराज्यपाल ने एक साधारण प्रश्न के साथ फाइल वापस भेज दी थी कि अगर मानदंड बदले जाते हैं तो खर्च कौन वहन करेगा और (निर्वाचित) सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया, तो वह (इस स्थिति के लिए) जवाबदेह हैं।’’

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष लोन ने कहा कि अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए काम करने का वादा करके विधानसभा चुनाव लड़ा था।

उन्होंने कहा, “वह एक परीक्षा के लिए आयु सीमा में छूट भी नहीं दे पाए हैं। अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली का तो सवाल ही नहीं उठता।’’

लोन ने नेशनल कान्फ्रेंस नेतृत्व पर दोहरा रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां फारूक अब्दुल्ला वोट चोरी के कांग्रेस के दावे का समर्थन कर रहे हैं, वहीं उनके बेटे उमर अब्दुल्ला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रुख की ओर अधिक झुके हुए है।

भाषा

अमित प्रशांत

प्रशांत