चेन्नई, 10 दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने भारतीय फिल्म उद्योग में ओटीटी मंचों की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि ये मंच सिनेमा का स्थान लेने के बजाए उसका विस्तार कर रहे हैं।
उदयनिधि ने मंगलवार को ‘जियोहॉटस्टार’ के ‘साउथ अनबाउंड’ नामक कार्यक्रम में कहा कि मदुरै और सेलम जैसे शहरों के फिल्मकार अब अपनी कहानियों को अपलोड कर सकते हैं और ओटीटी स्ट्रीमिंग मंच के माध्यम से दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंच सकते हैं।
इस कार्यक्रम में जियोहॉटस्टार और तमिलनाडु सरकार के बीच राज्य की रचनात्मक प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए एक आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर भी किए गए।
उदयनिधि ने कहा, ‘‘मुझे जियोहॉटस्टार के साथ इस साझेदारी की शुरुआत करते हुए बेहद खुशी हो रही है। कला और संस्कृति के प्रति चेन्नई की परंपरा तथा जुनून सदियों पुराना है। यहां तक कि तेलुगु और मलयालम फिल्मों का निर्माण भी यहीं होता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ राजनीति और जीवन में कला एक शक्तिशाली माध्यम है। यह मुक्ति दिला सकती है, और फिल्में शिक्षा प्रदान कर सकती हैं। तमिल सिनेमा का सामाजिक परिवर्तन लाने का इतिहास रहा है, जिसमें अन्नादुरई और कलैगनार (करुणानिधि) जैसे नेताओं ने क्रांतिकारी बदलावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
तमिलनाडु के मंत्री ने कहा, ‘‘कंटेंट ही सर्वोपरि है, और हमें अभी लंबा सफर तय करना है। ओटीटी सिनेमा की जगह नहीं ले रहा है, बल्कि उसका विस्तार कर रहा है। आज, हर किसी के पास अपनी बात कहने का मौका है-मदुरै या सेलम में बैठा कोई भी फिल्मकार अपनी कहानी अपलोड कर सकता है और दुनिया भर के दर्शकों तक अपनी बात पहुंचा सकता है।’’
भाषा रवि कांत गोला
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