हैदराबाद, 29 दिसंबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति दीपू चंद्र दास की हत्या की निंदा की और उम्मीद जतायी कि वहां की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान की आईएसआई और भारत विरोधी चीन के तत्व बांग्लादेश में मौजूद हैं और इसलिए पड़ोसी देश के साथ संबंध सुधारना महत्वपूर्ण है।
ओवैसी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘जो कुछ दीपू चंद्र दास के साथ हुआ, वह संवैधानिक निर्देशों के खिलाफ है और दुर्भाग्यवश, ऐसी दुखद घटना घट गई। हमारी पार्टी किसी भी प्रकार की हत्या की निंदा करती है और हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश के पर्यवेक्षक या प्रशासक यूनुस और उनका प्रशासन ऐसी घटनाओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाएगा।’’
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विदेश मंत्री द्वारा बांग्लादेश के साथ संबंध मजबूत करने के लिए उठाए जा रहे किसी भी कदम का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि भारत या बांग्लादेश में किसी भी प्रकार की भीड़ द्वारा हत्या यह दर्शाती है कि कानून का शासन कायम नहीं रखा जा रहा है।
हैदराबाद के लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि बांग्लादेश के संविधान का अनुच्छेद 41 धर्म की स्वतंत्रता की गारंटी देता है, जबकि अनुच्छेद 12 धर्मनिरपेक्षता से संबंधित है।
ओवैसी ने पश्चिम बंगाल के मजदूर जोएल शेख की ओडिशा के संबलपुर में और एंजल चकमा नामक एमबीए छात्र की उत्तराखंड के देहरादून में हत्या का हवाला देते हुए कहा कि ये घटनाएं दिखाती हैं कि कानून अपने हाथ में लेने वाले धर्म या शक्ल के आधार पर लोगों की हत्या कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह शर्म की बात है कि हमारे देश में ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ये लोग किस अधिकार से किसी की नागरिकता पर सवाल उठाते हैं? अगर किसी को शक है भी, तो उसे स्थानीय पुलिस के पास जाकर शिकायत करनी चाहिए।’’
भाषा
अमित दिलीप
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