श्रीनगर, 15 अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों को भेज रहा है क्योंकि वह स्थानीय स्तर पर भर्ती होने वाले आतंकवादियों की संख्या में कमी और लोकतंत्र में लोगों के बढ़ते विश्वास से हताश है, जो यहां लोकसभा चुनाव के दौरान रिकॉर्ड मतदान से नजर आता है।
सिन्हा ने यहां बक्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद में उल्लेखनीय गिरावट आई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां किसी भी आतंकवादी संगठन का कोई शीर्ष नेतृत्व नहीं बचा है। हड़ताल और पथराव की घटनाएं इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गई हैं। आतंकवादी संगठनों में स्थानीय स्तर पर भर्ती में कमी और लोकतंत्र में लोगों का भरोसा मजबूत होने से हमारा पड़ोसी देश हताश है।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘जो देश अपने नागरिकों को दो वक्त का खाना मुहैया कराने जैसी बुनियादी सुविधाएं देने में असमर्थ है, वह अस्थिरता पैदा करने और शांति भंग करने के लिए विदेशी आतंकवादियों को यहां भेज रहा है।’’
उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में जम्मू क्षेत्र में कुछ आतंकवादी हमले हुए हैं, जिनमें कई सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों की जान गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू क्षेत्र में हाल में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं, जिनमें हमने बहादुर अधिकारियों, सैनिकों और कुछ नागरिकों को खो दिया है। मैं उनके बलिदान को नमन करता हूं। हमें सुरक्षा बलों के साहस और देशभक्ति पर पूरा भरोसा है और उन्हें (आतंकवाद से निपटने की) पूरी छूट दी गई है।’’
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन जल्द ही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं कि हम जल्द ही ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में सक्षम होंगे और हम पड़ोसी देश के नापाक इरादों को कभी सफल नहीं होने देंगे।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘जम्मू के लोगों ने कभी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया और मुझे उम्मीद है कि लोग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करेंगे।’’
उपराज्यपाल ने वीरता या सराहनीय सेवाओं के लिए पांच शौर्य चक्रों सहित लगभग 60 पदक जीतने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘नशीले पदार्थों की तस्करी एवं आतंकवाद के बीच संबंध हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। प्रशासन ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले आतंकवादियों और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है। हम नशीले पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद के नेटवर्क पर हमला कर रहे हैं और प्रशासन जम्मू-कश्मीर को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रीनगर में ‘बलिदान स्तंभ’ का निर्माण किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के उन बहादुरों को नमन करता हूं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को शांति और विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए अपना खून बहाया।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘इन बहादुरों का एकमात्र सपना जम्मू-कश्मीर को, उसकी हजारों साल की विरासत को संरक्षित करते हुए और स्वराज के संकल्प के साथ आगे बढ़ते देखना था।’’
उपराज्यपाल ने कहा कि ‘बलिदान स्तंभ’ युवाओं को शहीदों के बलिदान के बारे में सोचने के लिए हमेशा प्रेरित करेगा।
सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में जो काम हुए हैं, उससे आम लोगों का लोकतंत्र में विश्वास मजबूत हुआ है। हाल में हुए लोकसभा चुनाव इसका जीता जागता उदाहरण हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन चुनावों में मतदान प्रतिशत पिछले 35 वर्षों में किसी भी आम चुनाव की तुलना में सबसे अधिक रहा। मुझे उम्मीद है कि आगामी विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा।’’
भाषा
सिम्मी मनीषा
मनीषा