पशु बाजारों से हत्या के लिए जानवरों की खरीद-फरोख्त पर रोक के खिलाफ गुरुवार को केरल विधानसभा का विशेष सत्र हुआ…इससे पहले कई विधायकों ने विधानसभा कैंटीन में बीफ का नाश्ता किया… केंद्र सरकार के नए नियमों को फासीवादी करार देते हुए विधानसभा ने इनके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया…एक दिवसीय सत्र में सत्तारूढ़ गठबंधन एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ एकजुट दिख…विधानसभा में सिर्फ भाजपा के इकलौते विधायक ओ राजगोपाल ने ही इस प्रस्ताव से असहमति जताई…प्रस्ताव में कहा गया है कि केंद्र को अपना आदेश वापिस लेना होगा….मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा, कि एक साल में राज्य में करीब 15 लाख पशु लाए जाते हैं…अब इसमें कमी आने की संभावना है। राज्य में करीब 5 लाख लोग पशु व्यापार से जुड़े हैं। उन पर इसका सीधा असर पड़ेगा।