नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत ने दिवाली त्योहार को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों (आईसीएच) की सूची में शामिल करने के लिए यूनेस्को को एक प्रस्ताव भेजा है।
राज्यसभा में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिवाली त्योहार को 2023 में यूनेस्को की आईसीएच की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था।
उन्होंने कहा कि इस साल यूनेस्को द्वारा प्रस्ताव की जांच किए जाने की उम्मीद है।
शेखावत ने कहा कि केंद्र को महाराष्ट्र के पंढरपुर के वार्षिक तीर्थस्थल पंढरीची वारी को यूनेस्को की आईसीएच सूची में शामिल करने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य धैर्यशील मोहन पाटिल के एक सवाल के जवाब में शेखावत ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र या संगीत नाटक अकादमी को प्रस्ताव भेजती है, जो आईसीएच प्रस्तावों की जांच के लिए नोडल एजेंसी है।
उन्होंने कहा कि यूनेस्को की आईसीएच की प्रतिनिधि सूची में किसी चीज को शामिल करने के लिए राज्यों को यूनेस्को समिति द्वारा मूल्यांकन और परीक्षण के लिए नामांकन के साथ विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करना आवश्यक है।
शेखावत ने कहा, ”निर्धारित प्रारूप में कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।’
उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने संगीत नाटक अकादमी के माध्यम से और सोलापुर जिला प्रशासन और श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर ट्रस्ट, पंढरपुर के समर्थन से पिछले साल श्री जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज भवन में एक मंदिर उत्सव कला प्रवाह का आयोजन किया था।
शेखावत ने बताया कि पिछले साल 23-24 जून को आयोजित इस महोत्सव में भरूद, वरकारी कीर्तन, सप्त खंजीरी भजन, दशावतार और वरकारी डिंडी जुलूस की प्रस्तुतियां शामिल थीं।
भाषा ब्रजेन्द्र नरेश
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