अमृतसर, 27 दिसंबर (भाषा) पंजाब सरकार ने हाल ही में ‘पवित्र शहर’ घोषित किए गए अमृतसर के पुराने इलाके से शराब, मांस, अंडे, तंबाकू और अन्य मांसाहारी वस्तुएं बेचने वाले अस्थायी किओस्क और रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अमृतसर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि एक विस्तृत सर्वेक्षण में शहर के पुराने इलाके के भीतर संचालित लगभग 150 अस्थायी दुकानें और स्टॉल पाए गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, मांस की दुकानें, पान-बीड़ी के किओस्क और उबले अंडे बेचने वाले ठेले हटाए जा रहे हैं। खास तौर पर शास्त्री मार्केट के पास ओल्ड टेलीफोन एक्सचेंज और कटरा जैमल सिंह जैसे इलाकों से इन्हें हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा हाथी गेट, लोहगढ़ गेट, हकीमान गेट, भगतानवाला गेट, गुरुवाली गेट, गुरु बाजार, लाहौरी गेट, नमक मंडी और आसपास के क्षेत्रों में भी मांसाहारी भोजन और तंबाकू उत्पाद बेचने वाले विक्रेता पाए गए।
अमृतसर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरिंदर सिंह ने कहा कि आबकारी विभाग ने पुराने शहर के भीतर शराब के ठेकों को लाइसेंस जारी नहीं किए हैं, इसके बावजूद कुछ स्थानों पर अवैध रूप से शराब की बिक्री हो रही थी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार के इस फैसले से स्वर्ण मंदिर के आसपास स्थित करीब 650 होटल और गेस्ट हाउस प्रभावित नहीं होंगे, क्योंकि वे तीर्थयात्रियों को न तो शराब परोसते हैं और न ही मांसाहारी भोजन।
इस बीच, अमृतसर के थोक मछली व्यापारी युवराज सिंह ने इस फैसले पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि मछली व्यापार से लगभग 60,000 लोग जुड़े हैं, जो पंजाब और पड़ोसी राज्यों में मछली की आपूर्ति करते हैं और इसका कारोबार कई करोड़ रुपये का है। यदि बाजार को बिना उचित पुनर्वास के स्थानांतरित किया गया, तो इन व्यापारियों को अस्थायी बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने राज्य सरकार से पुनर्वास को प्राथमिकता देने की अपील करते हुए कहा कि पुराने शहर की मंडी से मछली की आपूर्ति पर निर्भर होटल, रेस्तरां और ढाबों को भी नुकसान होगा।
आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने हाल ही में अमृतसर, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब के कुछ हिस्सों को ‘पवित्र शहर’ घोषित किया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 21 दिसंबर को एक वीडियो संदेश के माध्यम से इसकी घोषणा की थी। इसके बाद इन क्षेत्रों में मांस, मछली, शराब, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
भाषा राखी रंजन
रंजन