मैसुरु, 22 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री बदलने के मुद्दे पर फैसला अंततः कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं पार्टी आलाकमान को ही करना है और उनके निर्णय का सभी पालन करेंगे।
सिद्धरमैया ने कहा कि उन्होंने आलाकमान से बात की है और नेतृत्व ने उनसे कहा है कि वे इस पर निर्णय लेंगे।
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है, जब एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि पार्टी की कर्नाटक इकाई में नेतृत्व के मुद्दे को लेकर भ्रम केवल स्थानीय स्तर पर है, पार्टी आलाकमान के भीतर नहीं।
खरगे ने कहा था कि स्थानीय नेताओं को आंतरिक विवादों का दोष आलाकमान पर डालने के बजाय उसकी जिम्मेदारी स्वयं लेनी चाहिए।
सिद्धरमैया ने खरगे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है। राहुल गांधी और आलाकमान को फैसला करना है। वे जो भी फैसला करेंगे, मैं उसके लिए प्रतिबद्ध रहूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आलाकमान से बात की है। उन्होंने कहा है कि वे निर्णय लेंगे। आलाकमान जो भी फैसला करेगा, मैं उसका पालन करूंगा।’’
कांग्रेस सरकार द्वारा 20 नवंबर को अपना आधा कार्यकाल पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री में बदलाव को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर सत्ता संघर्ष और तेज हो गया है।
जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि नेतृत्व के मुद्दे पर कब स्पष्टता आने की उम्मीद की जा सकती है, सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जब भी आलाकमान फैसला करेगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह पूरे पांच साल मुख्यमंत्री बने रहेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘यह अलग बात है। आलाकमान जो भी फैसला करेगा…।’’
उन्होंने कहा कि मीडिया यह स्पष्ट किए जाने के बावजूद इस मुद्दे पर चर्चा कर रहा है कि आलाकमान के निर्णय को अंतिम माना जाएगा और सभी उसका पालन करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर इतने सवाल पूछने की क्या जरूरत है? मुझे जो कहना था, वह मैं विधानसभा में कह चुका हूं, फिर भी इस पर चर्चा क्यों की जा रही है?’’
खरगे के इस बयान पर कि कोई भी व्यक्ति पार्टी से बड़ा नहीं होता और पार्टी किसी एक व्यक्ति की वजह से सत्ता में नहीं आई, सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘हां, यह बात सभी को स्वीकार करनी चाहिए। कोई पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता।’’
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा