India alliance protest News/Image Source- IBC24 File
नई दिल्ली: Rahul Gandhi Statement Controversy: आने वाले कुछ महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। एनडीए और महागठबंधन, दोनों में ही घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत जारी है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लेफ्ट पार्टी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। इस बयान ने राजनीतिक जगत में खलबली मचा दी है। राहुल के इस बयान के बाद इंडिया गठबंधन में दरार की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की विचारधारा एक जैसी है। उनके इस बयान के बाद शनिवार को इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक में वामपंथी नेताओं द्वारा जोरदार ढंग से उठाया।
आपको बता दें कि, राहुल गांधी केरल दौरे पर थे। इस दौरान वो पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की पुण्यतिथि पर आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि, “मैं RSS और CPI(M) दोनों से विचारधारा को लेकर समान रूप से लड़ता हूं। मेरी सबसे बड़ी शिकायत यह है कि इन दोनों में लोगों के प्रति संवेदना नहीं है। राजनीति में होना मतलब लोगों को महसूस करना, उन्हें सुनना और छूना भी जरूरी है।”
Rahul Gandhi Statement Controversy: राहुल गांधी के इस बयान ने तूल पकड़ लिया। शनिवार को हुई इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक में सीपीआई नेता डी राजा ने इस मुद्दे को बिना नाम लिए उठाते हुए कहा कि, ”ऐसी टिप्पणियां कैडरों में भ्रम फैलाती हैं और गठबंधन की एकता को नुकसान पहुंचा सकती हैं।” एक अन्य नेता ने याद दिलाया कि’ ”INDIA गठबंधन का नारा था, “देश बचाओ, बीजेपी हटाओ”, न कि आपसी मतभेद को बढ़ावा देना।”
Rahul Gandhi Statement Controversy: सीपीआई(एम) महासचिव एम.ए. बेबी ने राहुल की टिपण्णी पर एक वीडियो सन्देश जारी किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि, “राहुल गांधी द्वारा CPI(M) और RSS की तुलना करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे यह जाहिर होता है कि उन्हें केरल और भारत की राजनीतिक हकीकत की सही समझ नहीं है।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 2004 में कांग्रेस सरकार वामपंथी दलों के समर्थन से ही बनी थी। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार CPI(M) के समर्थन के बिना नहीं बन सकती थी।” एम.ए. बेबी ने अपने बयान में आगे कहा कि, “हम कांग्रेस की आलोचना स्वतंत्र रूप से करते हैं, लेकिन कभी उन्हें RSS या BJP जैसा नहीं कहते।”
Rahul Gandhi Statement Controversy: दरअसल, कांग्रेस और CPI(M) INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन केरल में दोनों दल प्रतिद्वंद्वी मोर्चों का नेतृत्व करते हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) है और वाम दलों के नेतृत्व में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) है। भाजपा केरल में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है। बिहार की बात करें तो 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में लेफ्ट की पार्टियां भी शामिल हैं।