जातियों, उपजातियों के बीच आरक्षण के बंटवारे की योजना पेश करे कांग्रेस: राजनाथ

जातियों, उपजातियों के बीच आरक्षण के बंटवारे की योजना पेश करे कांग्रेस: राजनाथ

  •  
  • Publish Date - November 15, 2024 / 03:52 PM IST,
    Updated On - November 15, 2024 / 03:52 PM IST

रांची, 15 नवंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘जाति जनगणना’ कराने के वादे के लिए शुक्रवार को कांग्रेस तथा उसके नेता राहुल गांधी की आलोचना की और उन पर राजनीतिक लाभ के लिए मतदाताओं को लुभाने के हथकंडे के रूप में इस मुद्दे को इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

झारखंड के महगामा में एक रैली में सिंह ने कांग्रेस को देश में कई जातियों और उप-जातियों को आरक्षण का लाभ देने के लिए एक ठोस योजना पेश करने की चुनौती दी।

सिंह ने पूछा, “2011 में, एक सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना की गई थी, जिसमें लगभग 46 लाख जातियों, उप-जातियों और गोत्रों के बारे में जानकारी सामने आई थी। समाज कल्याण मंत्रालय के अनुसार, लगभघ 1,200 अनुसूचित जातियां (एससी) , 750 से अधिक अनुसूचित जनजातियां (एसटी) और 2,500 के आसपास अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) हैं। कांग्रेस इन सभी समूहों के बीच आरक्षण के वितरण का प्रबंधन कैसे करेगी?’

उन्होंने आगे मांग की कि कांग्रेस ऐसी प्रणाली को लागू करने के लिए एक स्पष्ट खाका पेश करे।

सिंह ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘उन्हें जवाब देना चाहिए कि भारत में कितनी जातियां रहती हैं। राजनीति लोगों की सेवा करने के लिए होनी चाहिए, न कि सिर्फ सरकार बनाने के लिए।’

उन्होंने कांग्रेस पर अवसरवादी राजनीति करने का आरोप लगाया और दावा किया कि पार्टी ने ऐतिहासिक रूप से क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधनों का नाश कर दिया है जैसे कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस, लेकिन अब तमिलनाडु में द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की बारी है।

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए इन गठबंधनों का इस्तेमाल करती है, लेकिन अंततः वह अपने सहयोगियों को नुकसान पहुंचाती है।’

सिंह ने आरोप लगाया कि झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)-कांग्रेस-राजद गठबंधन बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त है, यहां तक ​​कि मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए रिश्वत लेने तक की बात सामने आई है।

उन्होंने इसकी तुलना राज्य में भाजपा के रिकॉर्ड से करते हुए कहा, ‘अब तक 13 मुख्यमंत्रियों ने झारखंड पर शासन किया है, लेकिन भाजपा के तीनों मुख्यमंत्रियों में से किसी को भी कभी भ्रष्टाचार के आरोप का सामना नहीं करना पड़ा या जेल नहीं जाना पड़ा।’

सिंह ने झारखंड चुनावों में भाजपा पहले चरण की 43 सीटों में से दो-तिहाई पर जीत हासिल करेगी।

भाषा जोहेब संतोष

संतोष