कोलकाता, 15 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने शनिवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का बचाव करते हुए इसे ‘‘चुनाव प्रक्रिया को स्वच्छ’’ बनाने और राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए एक आवश्यक कदम बताया।
बोस ने कहा कि यह प्रक्रिया विसंगतियों को दूर करने और चुनावी प्रणाली में जनता का विश्वास बहाल करने के लिए तैयार की गई है।
राज्यपाल ने कहा कि बिहार चुनाव ने एसआईआर प्रणाली की व्यापक जन स्वीकृति को प्रदर्शित किया है।
बोस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर लोग भ्रमित हैं, तो हमें उन्हें समझाना चाहिए कि एसआईआर एक नई प्रक्रिया है जो चुनाव प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाने तथा स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।’’
उन्होंने कहा,‘‘बिहार ने इसे साबित कर दिया है। मुझे यकीन है कि बंगाल के लोग भी इसे स्वीकार करेंगे।’’
राज्यपाल ने कहा, ‘‘चुनाव से पहले, हिंसा पर निश्चित रूप से अंकुश लगाना होगा। चुनाव प्रक्रिया से भ्रष्टाचार को ख़त्म करना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह राज्य अपना मूल गौरव तभी प्राप्त कर पाएगा जब इन नासूरों, यानी भ्रष्टाचार और हिंसा, को जड़ से उखाड़ दिया जाएगा और इन्हें तुरंत जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए।’’
बोस ने कहा, ‘‘अन्यथा, इस राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। इसीलिए निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है कि इस राज्य में चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हों।’’
राज्यपाल ने यह भी दोहराया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धमकी और बल प्रयोग से बचाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में चुनाव बुलेट (गोली) पर नहीं, बल्कि बैलेट (मतपत्र) पर आधारित होने चाहिए। यह एक ऐसा बदलाव है जिसकी राज्य में तत्काल आवश्यकता है।’’
भाषा
राजकुमार माधव
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