कोलकाता, पांच नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत, राज्य भर में 80,000 से अधिक बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा पहले दिन (मंगलवार को) घर-घर जाकर 70 लाख से अधिक गणना प्रपत्र वितरित किए गए। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राज्य में एक महीने तक चलने वाली यह कवायद मंगलवार को शुरू हुई और चार दिसंबर तक चलेगी।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘मंगलवार को बीएलओ द्वारा 70 लाख से अधिक गणना प्रपत्र वितरित किए गए।”
उन्होंने बताया कि गणना प्रपत्र वितरित करने के लिए बीएलओ ने बुधवार को भी राज्य के मतदाताओं के घरों का रुख किया है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘बीएलओ की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुरक्षाकर्मी उनके साथ मौजूद हैं। कल राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। यदि किसी बीएलओ के विरुद्ध कोई प्रतिरोध की सूचना मिलती है, तो हम तुरंत जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) को जांच करने का निर्देश देते हैं।’’
इस प्रक्रिया के तहत राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों में 80,681 बीएलओ तैनात किए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक लगभग 7.66 करोड़ गणना प्रपत्र तैयार किए जा चुके हैं और प्रत्येक मतदाता को इसकी दो प्रतियां मिलेंगी।
एसआईआर प्रक्रिया के दिशानिर्देशों के अनुसार, बीएलओ दोनों प्रतियों पर प्रतिहस्ताक्षर करेगा। अधिकारी एक भरा हुआ प्रपत्र भारत निर्वाचन आयोग के लिए अपने पास रखेगा और दूसरा मुहर लगी पावती के साथ लौटाएगा, जिसकी भविष्य में आवश्यकता हो सकती है।
पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण 23 वर्षों के अंतराल के बाद किया जा रहा है। राज्य में मतदाता सूचियों का ऐसा अंतिम पुनरीक्षण 2002 में हुआ था।
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प्रशांत सुरेश
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