सोनभद्र खदान हादसा : मृतकों की संख्या बढ़कर सात हुई, बचाव अभियान बंद
सोनभद्र खदान हादसा : मृतकों की संख्या बढ़कर सात हुई, बचाव अभियान बंद
सोनभद्र, 18 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में खदान का एक हिस्सा ढहने की दुर्घटना में एक अन्य व्यक्ति का शव बरामद होने के साथ ही इस घटना में मारे गये लोगों की संख्या बढ़कर सात हो गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मलबा हटाने और किसी के दबे रहने की संभावना समाप्त होने के बाद बचाव कार्य बंद कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को मलबे से एक अन्य व्यक्ति का शव बरामद किया गया और मृतक की पहचान 32 वर्षीय गुलाब खरवार के रूप में हुई।
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को पांच लोगों के शव बरामद किये गये थे।
सोनभद्र जिले के ओबरा थानाक्षेत्र स्थित बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में शनिवार शाम को खदान का एक हिस्सा धंस गया था।
सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक वर्मा ने बताया कि शनिवार को ‘कृष्णा माइनिंग वर्क्स’ की खदान में पहाड़ी का एक भाग दरकने से कई मजदूर मलबे में दब गए थे।
उन्होंने बताया कि इस मामले में ‘कृष्णा माइनिंग वर्क्स’ के मालिक समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन कर तलाश की जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम भी बचाव कार्य में जुटी थी हालांकि बचाव कार्य मंगलवार को समाप्त कर दिया गया।
जिलाधिकारी बीएन सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद राहत कार्य शुरू कर दिया गया था और कुछ ही समय में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के अधिकारियों ने अपनी-अपनी टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया।
सिंह ने बताया कि मलबे से सात शव बरामद किए गए और सभी को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने दो बार मलबा पूरी तरह से हटा दिया है इसलिए अब वहां किसी के दबे होने की कोई संभावना नहीं है।
जिलाधिकारी ने कहा कि तलाश पूरी हो चुकी है इसलिए राहत और बचाव कार्य अब समाप्त हो गया है।
मंत्री रवींद्र जायसवाल ने सोमवार को पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को सरकार की ओर से लगभग 20 लाख रुपये दिये जाएंगे और सभी प्रभावित मजदूरों को श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के तहत पूरी मदद दी जाएगी।
भाषा सं. सलीम जितेंद्र
जितेंद्र

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