कोलकाता, नौ दिसंबर (भाषा) निर्वाचन आयोग के विशेष पर्यवेक्षक सी मुरुगन ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से जुड़े गणना प्रपत्र जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर से दो दिन पहले, मंगलवार को पोर्टल पर “डेटा अपलोड करने में धीमी गति” के लिए कोलकाता में एक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को फटकार लगाई।
शहर के तोपसिया और तिलजला क्षेत्रों में बूथों के दौरे के दौरान आईएएस अधिकारी ने पाया कि एक बूथ में कुल 720 फार्म में से 105 फार्म का डेटा अभी तक डिजिटल नहीं किया गया है।
उन्होंने राज्य के कर्मचारी से पूछा, “शेष 105 कहां हैं? आयोग के पोर्टल पर अभी तक कुछ भी अपलोड क्यों नहीं किया गया?” इसके बाद बीएलओ ने स्पष्टीकरण देने की कोशिश की।
मुरुगन ने बीएलओ से कहा, “आप तो पढ़े-लिखे इंसान हैं, इतनी गड़बड़ियां कैसे हो सकती हैं?”
विशेष पर्यवेक्षक ने बताया कि बूथ तो कई हैं, लेकिन किसी और को ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
उन्होंने कहा, “यहां समस्या क्या है? आप ऐसी गलतियां क्यों कर रहे हैं? स्पष्ट रूप से, आप घर-घर नहीं जा रहे हैं। इसीलिए ऐसा हो रहा है।”
मुरुगन ने घोषणा की कि वह 11 दिसंबर के बाद तोपसिया लौटकर यह जांच करेंगे कि काम पूरा हुआ है या नहीं।
दक्षिण 24 परगना जिले और कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट में एसआईआर की देखरेख कर रहे आईएएस अधिकारी मुरुगन ने बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) के साथ मतदाता आंकड़ों का निरीक्षण किया।
मुरुगन 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने इससे पहले दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में बूथों का दौरा किया।
आयोग ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के विभिन्न संभागों के लिए विशेष मतदाता सूची पर्यवेक्षक (एसआरओ) के रूप में पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति कर निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया है ।
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, एसआईआर गणना प्रपत्र जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर है। मतदाता सूची का मसौदा 16 दिसंबर को प्रकाशित किया जाएगा जबकि अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी, 2026 को जारी किया जाएगा।
भाषा प्रशांत शोभना
शोभना