उत्साह के साथ तमिल भाषा सीख रहे हैं वाराणसी के छात्र

उत्साह के साथ तमिल भाषा सीख रहे हैं वाराणसी के छात्र

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  • Publish Date - December 10, 2025 / 12:18 PM IST,
    Updated On - December 10, 2025 / 12:18 PM IST

(एस विजय कार्तिक)

वाराणसी/चेन्नई, 10 दिसंबर (भाषा) वाराणसी के सरकारी स्कूलों में छात्र खुशी के साथ तमिल भाषा सीखने और इसकी समृद्ध विरासत को जानने के लिए उत्सुकता दिखा रहे हैं। इसका श्रेय ‘काशी तमिल संगमम 4.0’ की विशेष ‘तमिल करकलम’ पहल को जाता है।

यहां लहुराबीर में सरकारी क्वींस इंटर कॉलेज में तमिल भाषा की शिक्षक और चेन्नई में दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा में प्रचारक संध्या साईकृष्णन ने कहा, ‘‘छात्र तमिल भाषा सीखने के लिए उत्सुक और उत्साहित हैं। मैं पिछले कुछ दिनों से उन्हें पढ़ा रही हूं और अब वे तमिल में संवाद कर सकते हैं।’’

उन्होंने केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान द्वारा उपलब्ध कराई गई अध्ययन सामग्री की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘बहुत सहायक, सरल और समझने में आसान’ बताया।

साईकृष्णन उन 50 हिंदी भाषी तमिल शिक्षकों में से एक हैं जिन्हें ‘तमिल करकलम’ पहल के तहत केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान ने वाराणसी और आसपास के जिलों के स्कूलों में तमिल भाषा पढ़ाने के लिए नियुक्त किया है।

सरकारी क्वींस इंटर कॉलेज की नौंवी कक्षा की छात्रा तनु पाल ने कहा कि वह तमिल सीखने को लेकर बहुत खुश और उत्साहित हैं।

तनु पाल ने कहा, ‘‘मुझे यह बहुत अच्छा लगा। आज मुझे हिंदी, तमिल और अंग्रेजी आती है। मुझे गर्व महसूस होता है कि मुझे इसे सीखने का अवसर मिला।’’

इस कार्यक्रम का नेतृत्व शिक्षा मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय, केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान कर रहा है।

केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान के निदेशक आर चंद्रशेखरन ने इस लक्ष्य को समझाते हुए कहा कि संस्थान का उद्देश्य 3,000 से अधिक ऐसे छात्रों को तमिल भाषा सिखाना है जिनकी मातृभाषा तमिल नहीं है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ संक्षिप्त बातचीत के दौरान, इस पाठ्यक्रम को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की योजना के बारे में भी बताया जिससे यह कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों या तमिल सीखने में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए सुलभ हो जाएगा।

प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से बताते हुए चंद्रशेखरन ने कहा कि शिक्षक अगले कुछ हफ्तों में वाराणसी और उसके आसपास के जिलों में स्थित लगभग 50 स्कूलों का दौरा करेंगे।

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘शिक्षक लगभग 3,000 छात्रों को तमिल पढ़ाएंगे। इस पहल को शिक्षा मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार का समर्थन प्राप्त है।’’

भाषा रवि कांत सुरभि

सुरभि