माकपा के केरल मुख्यालय पर हमले का संदिग्ध हिरासत में, कांग्रेस का दावा- यात्रा को निशाना बनाना है मकसद |

माकपा के केरल मुख्यालय पर हमले का संदिग्ध हिरासत में, कांग्रेस का दावा- यात्रा को निशाना बनाना है मकसद

माकपा के केरल मुख्यालय पर हमले का संदिग्ध हिरासत में, कांग्रेस का दावा- यात्रा को निशाना बनाना है मकसद

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:40 PM IST, Published Date : September 22, 2022/5:36 pm IST

तिरुवनंतपुरम/कोच्चि, 22 सितंबर (भाषा) केरल पुलिस की अपराध शाखा ने सत्तारूढ़ माकपा के राज्य मुख्यालय एकेजी सेंटर पर हमला करने के आरोप में युवक कांग्रेस के एक नेता को हिरासत में लिया है। इसके बाद कांग्रेस ने दावा किया कि इस कदम का मकसद ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निशाना बनाना है।

अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि संदिग्ध का नाम जितिन है, जो युवक कांग्रेस का स्थानीय नेता है और तिरुवनंतपुरम के पास कझाकूटम का रहने वाला है। अधिकारी के अनुसार, जितिन ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तरों में तोड़फोड़ किए जाने की घटनाओं की प्रतिक्रिया पर एकेजी सेंटर पर कथित रूप से हमला किया था।

अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध की पहचान वैज्ञानिक साक्ष्यों से की गई, जिनमें घटना के सीसीटीवी फुटेज शामिल हैं।

पुलिस के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस नेता शफी परम्बिल ने कोच्चि में मीडिया को बताया कि युवक कांग्रेस कार्यकर्ता को हिरासत में लेने का समय संकेत देता है कि कार्रवाई यात्रा को निशाना बनाने के लिए की गई है।

उन्होंने दावा किया, ‘यह राजनीति से प्रेरित है। यह अपराध से कांग्रेस को जोड़ने के माकपा के एजेंडे के अनुरूप है।”

परम्बिल ने यह भी दावा किया कि इस तरह की पुलिस कार्रवाई हर बार तब होती है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल पहुंचने वाले होते हैं या राज्य में मौजूद रहते हैं।

उन्होंने कहा, “ पिछली बार जब वह (राहुल गांधी) केरल आने वाले थे, तब खबर आई थी कि कांग्रेस के एक जिला सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया है या एक मामले के सिलसिले में वह फरार है। यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की खबरें आ रही हैं।”

इस बीच, माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि एकेजी सेंटर पर हमले की जांच सही दिशा में चल रही है और मामले में आरोपी को हिरासत में लेने से विपक्ष के झूठे प्रचार का पर्दाफाश हो गया है।

उन्होंने दावा किया कि हमले में और भी लोग शामिल हैं।

दूसरी ओर परम्बिल ने पूछा कि अगर ‘कांग्रेस या युवक कांग्रेस को मामले से जोड़ने के लिए तिल बराबर भी सबूत होते, तो क्या यह सरकार कार्रवाई करने के लिए इतना लंबा इंतजार करती?’

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस जिला और ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस के कई नेताओं को मामले में फंसाने की धमकी दे रही है।

परम्बिल ने यह भी सवाल किया कि राज्य की राजधानी में प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय और वायनाड में राहुल गांधी के कार्यालय पर हुए हमलों के संबंध में क्या कार्रवाई की गई है?

गौरतलब है कि 30 जून को एक अज्ञात व्यक्ति ने ‘एकेजी सेंटर’ के परिसर में विस्फोटक फेंक दिया था, जिसके तीन सप्ताह बाद मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई थी।

माकपा ने आरोप लगाया था कि इस घटना के पीछे कांग्रेस का हाथ है। कांग्रेस ने इसका खंडन किया था।

भाषा नोमान अविनाश मनीषा

मनीषा

 

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