Publish Date - April 30, 2025 / 08:13 PM IST,
Updated On - April 30, 2025 / 08:13 PM IST
Caste Census | Photo Credit: IBC24
HIGHLIGHTS
केंद्र सरकार ने जाति जनगणना को जनगणना में पारदर्शी रूप से शामिल करने का फैसला लिया
तेजस्वी यादव ने कहा – "यह हमारे संघर्ष की जीत है, पिछड़ों को उनका हक मिलेगा"
उन्होंने दावा किया कि लालू यादव ने इस मुद्दे की असली लड़ाई लड़ी है, भले श्रेय कोई और ले
नई दिल्ली: Caste Census केंद्र सरकार ने बुधवार को हुए कैबिनेट बैठक में फैसला लिया है कि जाति जनगणना को पारदर्शी तरीके से शामिल किया जाए। जिसके बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने ने इस मुद्दे को लेकर अपनी राय रखी है।
Caste Census उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना को शामिल किए जाने पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव कहते हैं, “…हमें उम्मीद है कि परिसीमन से पहले जनगणना हो जाएगी…यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो हम पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाते थे।
“जब तक हमें वैज्ञानिक डेटा नहीं मिलेगा, हम पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में नहीं ला पाएंगे….स्वाभाविक है कि बीजेपी के लोग इसका श्रेय लेंगे। लेकिन मोदी जी ने इसे कई बार नकार दिया था। जाति जनगणना की असली लड़ाई लालू जी ने लड़ी थी।”
जाति जनगणना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें जनसंख्या का वर्गीकरण जातियों के आधार पर किया जाता है, जिससे ओबीसी और अन्य वर्गों की वास्तविक संख्या का पता चल सके।
जाति जनगणना को लेकर केंद्र सरकार का क्या नया फैसला है?
केंद्र सरकार ने अब जाति जनगणना को पारदर्शी ढंग से राष्ट्रीय जनगणना में शामिल करने का फैसला किया है।
तेजस्वी यादव जाति जनगणना को लेकर क्या कह रहे हैं?
तेजस्वी यादव ने इसे आरजेडी और सामाजिक न्याय की लड़ाई की जीत बताया और कहा कि यह उन लोगों के लिए जवाब है जो इसे जातिवादी राजनीति कहते थे।