Rain wreaks havoc in Uttarakhand : देहरादून – देश के कई राज्यों में बारिश का कहर निरंतर जारी है। विभिन्न प्रदेशों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। जलस्तर बढ़ने से डैमों के द्वारा खोले जा रहे है। वहीं अगर देखा जाए तो लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कहर ने किसी का घर तो किसी के परिवार का सदस्य छीन लिया है। वहीं नदियों के पास वाले इलाकों में प्रशासन ने पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया है। बारिश ने शनिवार को प्रदेशभर में कहर बरपा दिया। 50 से अधिक मकान मलबे की चपेट में आ गए। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मालदेवता के सरखेत इलाके में आई आपदा की जानकारी सबसे पहले पूर्व जिलाधिकारी एवं सचिव डॉ. आर राजेश कुमार को मिली थी। दो पुल टूट गए और 250 से अधिक सड़कें मलबा आने से बंद हो गईं। इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए। इसके अलावा 13 लोग अभी भी लापता हैं।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
कल भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ था। कई लोग घायल हुए हैं उनका इलाज चल रहा है। जो लोग लापता हैं उनकी तलाश की जा रही है। जहां आवागमन के रास्ते कट गए हैं वहां भोजन और ज़रूरी सामानों की व्यवस्था की जा रही है: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/lY6tQnopgt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2022
Rain wreaks havoc in Uttarakhand : प्रदेश में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन और मलबा आने से तीन नेशनल हाईवे समेत कुल 250 सड़कें बंद हो गईं। इसमें 32 स्टेट हाईवे, 16 मुख्य जिला मार्ग, नौ अन्य जिला मार्ग, 79 ग्रामीण सड़कें और 111 पीएमजीएसवाई की सड़कें हैं। सड़कों को खोलने के काम में 229 मशीनों को लगाया है। इससे पहले 98 सड़कें शुक्रवार से बंद थी, जबकि शनिवार को 184 सड़कें बंद हुईं। शनिवार को 32 सड़कों को खोलने का कार्य किया गया।
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Rain wreaks havoc in Uttarakhand : लालढांग पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश होने से रवासन नदी का जलस्तर बढ़ गया। नदी का जल स्तर इतना अधिक था बीते पांच सालों में कभी इतना पानी नहीं देखा गया। नदी ने राजाजी टाइगर रिजर्व के कैंपस और नालोवाल गांव की ओर कटाव किया। इससे हरिद्वार-कोटद्वार मार्ग पर जीएमओयू बसों का संचालन बंद रहा।
Rain wreaks havoc in Uttarakhand : डोईवाला में बिदालना नदी में आए उफान से पानी जौलीग्रांट एयरपोर्ट तक पहुंच गया। एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर खड़ी एक बस भी जलमग्न रही। एयरपोर्ट प्रशासन ने हवाई यात्रियों को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए अपनी बसें और अन्य वाहन लगा रखे थे। वहीं बाढ़ को देखते हुए विधायक बृजभूषण गैरोला भी जौलीग्रांट पहुंचे और एसडीएम युक्ता मिश्रा को पानी को डायवर्ट कराने के लिए निर्देश दिए। लोनिवि ने जेसीबी लगाकर पानी डायवर्ट किया।
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Rain wreaks havoc in Uttarakhand : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा “कल भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ था। कई लोग घायल हुए हैं उनका इलाज चल रहा है। जो लोग लापता हैं उनकी तलाश की जा रही है। जहां आवागमन के रास्ते कट गए हैं वहां भोजन और ज़रूरी सामानों की व्यवस्था की जा रही है। जो पुल बह गए हैं उसके विकल्प का काम किया जा रहा है। जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। मैं खुद हर चीज की देख-रेख कर रहा हूं”
जो पुल बह गए हैं उसके विकल्प का काम किया जा रहा है। जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। मैं खुद हर चीज की देख-रेख कर रहा हूं: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/a9bdNTUNBl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2022
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Rain wreaks havoc in Uttarakhand : सूचना पर एक्शन में आई एसडीआरएफ ने 500 से अधिक लोगों को बचाया। चार लोगों को हेलिकॉप्टर से एयर लिफ्ट करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। हालात का जायजा लेने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी समेत कई विधायक और अधिकारी पहुंचे। रात करीब दो से ढाई बजे शुरू हुई बारिश का सबसे अधिक असर देहरादून और नई टिहरी के सीमा क्षेत्र मालदेवता में रहा। यहां बादल फटने जैसे हालात रहे। मालदेवता, सरखेत, तिमली, मानसिंहवाला, भैंसवाड़ा, सेरकी, छमरोली में कई मकान मलबे से पट गए।
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