राजनैतिक पोस्ट लिखने पर Facebook पहुंचा यूजर के घर, फिजीकल वेरिफिकेशन के लिए मांगे दस्तावेज

राजनैतिक पोस्ट लिखने पर Facebook पहुंचा यूजर के घर, फिजीकल वेरिफिकेशन के लिए मांगे दस्तावेज

राजनैतिक पोस्ट लिखने पर Facebook पहुंचा यूजर के घर, फिजीकल वेरिफिकेशन के लिए मांगे दस्तावेज
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 pm IST
Published Date: April 8, 2019 11:30 am IST

नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook भारत में अपने यूजर्स की पहचान के लिए अलग-अलग हथकंडे अपना रहा है। चुनावी सीजन में फेसबुक ने भारत में हाल में यूजर वेरिफिकेशन के लिए जो किया, वह इससे पहले किसी अन्य देश में देखने को नहीं मिला था। जानकारी के मुताबिक फेसबुक ने एक इंडियन यूजर के घर अपने एक प्रतिनिधि को भेजकर यह पहचान करने की कोशिश की है कि उनके अकाउंट से किया गया पोस्ट उनके के द्वारा लिखा गया है या नहीं। नई दिल्ली के एक यूजर द्वारा लिखे गए पोस्ट में कुछ राजनीति से संबंधित विषय था। यूजर ने बताया कि उन्हें यह देखकर काफी हैरानी हुई कि फेसबुक द्वारा भेजा गया एक व्यक्ति उनके दरवाजे पर आकर ना सिर्फ उनका आधार कार्ड मांग रहा है कि बल्कि उनकी पहचान से जुड़े और दस्तावेज को चेक करने की बात कह रहा है।

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उस व्यक्ति ने नाम का उल्लेख ना करने पर कहा कि, “मुझे लगा कि पासपोर्ट के वेरिफिकेशन के लिए पुलिस मेरे घर आई है। फेसबुक के प्रतिनिधि ने मुझसे मेरा आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज मांगे जिससे यह सत्यापित हो सके कि वह राजनीतिक पोस्ट मैंने ही किया था। यूजर फेसबुक के प्रतिनिधियों को सिर्फ एक पोस्ट के बारे में पूछताछ करने के लिए उसके घर आने से सकते में रह गया।

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यूजर ने सवाल किया, “यह मेरे लिए एक झटका था। फेसबुक अपने यूजर के साथ ऐसा कैसे कर सकता है। यूजर की निजता का क्या मतलब रहा। मैं कहीं भी ऐसी किसी घटना के बारे में नहीं सुना। क्या यह सरकार के आदेश पर हुआ। एक्सपर्ट्स के अनुसार, किसी यूजर की फिजीकल वेरिफिकेशन तो अजीब है। उन्होंने इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

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फेसबुक का ये कृत्य निजता का उल्लंघन

विधि क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि फेसबुक का यह कारनाम यूजर्स की निजता का उल्लंघन है। इस प्रकार की पहचान कराना केवल सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। फेसबुक ज्यादा से ज्यादा यूजर का पेज या ग्रुप डिस्कंटिन्यू करने के अलावा वह यूजर द्वारा किए गए पोस्ट को डिलीट कर सकता है। अगर इसके बाद भी फेसबुक को लगता है कि यूजर्स के पोस्ट के लिए सजा कम है, तो वह उस यूजर को अपने प्लेटफॉर्म से हटा सकता है।


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