Circumcision of girls
Circumcision of girls: महिलाओं को लेकर आज भी कई तरह की परंपराएं समाज में जबरदस्ती थोपी जाती हैं, जो ना सिर्फ उनके अधिकारों के खिलाफ हैं बल्कि काफी दर्दनाक है। इनमें एक परंपरा है खतना… दुनियाभर में समाज के कई वर्ग में महिलाओं के खतना की परंपरा है, जो काफी दुखदायी है और महिलाओं के शरीर के लिए काफी दिक्कत देने वाली हैं। ऐसे ही केन्या के मसाई समुदाय में महिलाओं के खतने की लंबी परंपरा रही है। लेकिन, यह कई बार उनके लिए घातक साबित होता है।
ऐसे में जानते हैं कि आखिर महिलाओं के खतने को लेकर क्या परंपराएं हैं और खतना कैसे किया जाता है। इसके अलावा जानते हैं खतना करने के पीछे क्या कारण है और किस तरह से खतना किया जाता है। तो आइए जानते हैं कि महिलाओं के खतने से जुड़ी असहनीय तथ्य…
कब किया जाता है खतना?
किशोरावस्था में पहुंचने के बाद खतना किया जाता है। करीब 10 साल की उम्र में खतना कर दिया जाता है और इस समाज में इस तरह के कई उदाहरण हैं। डीडब्ल्यू की एक रिपोर्ट में एक महिला की कहानी बताते हुए जानकारी दी गई है कि यहां कई लड़कियों का एक साथ खतना कर दिया जाता है। इस रिपोर्ट में जिस महिला की कहानी बताई गई है, उन्होंने बताया है कि 10 साल की उम्र में उनकी मां ने ही सुबह के वक्त उनका खतना कर दिया था।
इस दौरान महिलाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि खतना करने से काफी दर्द के साथ काफी खून बहने और इंफेक्शन का खतरा होता है। इस वजह से उन्हें गर्भावस्था में भी काफी दिक्कत होती है। हालांकि, अब इसके खिलाफ कई लड़कियां आगे आ रही हैं और उनके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। अब लड़कियों की मांग है कि उनके जीवन से जुड़ी कई परंपराओं का पालन भले ही करते रहें, लेकिन ‘खतना’ से दूरी बनाने की अपील कर रही हैं।
क्या होता है महिलाओं का खतना?
Circumcision of girls: दरअसल, महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खतना किया जाता है। खतना करते वक्त क्लिटरिस के बाहरी हिस्स में कट लगाया जाता है या इससे बाहरी हिस्से को काट दिया जाता है। यानी इसे अलग कर दिया जाता है। खास बात ये है कि खतना करने से पहले बेहोशी की दवा या फिर कोई एनीस्थीसिया भी नहीं दिया जाता है। इस दौरान लड़कियां पूरे होश में रहती है, जिससे उन्हें काफी दर्ज होता है और वो दर्द से चीखती रहती हैं। बता दें कि इसके लिए ब्लेड या चाकू का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, दर्द और खून के इलाज के लिए हल्दी आदि देसी इलाज किए जाते हैं।
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क्यों किया जाता है खतना?
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बोहरा मुस्लिम में क्लिटॉरिस को हराम की बोटी आदि शब्दों से जाना जाता है। बोहरा मुस्लिम मानते हैं कि इसकी मौजूदगी से लड़की की यौन इच्छा बढ़ती है। ऐसे में इन सभी भ्रांतियों के चलते खतना किया जाता है।
खतना के खिलाफ आवाज उठा रहीं महिलाएं
Circumcision of girls: महिलाएं अब खतना के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। आपको बता दें कि एक कुर्द गांव में भारी ठंड और बारिश के बावजूद एक महिला घर के दरवाजे के बाहर खड़ी है। वह वहां से हिलने को तैयार नहीं है क्योंकि उसे डर है कि उसके जाने के बाद उस घर में रहने वाली महिलाएं अपनी 2 बच्चियों का खतना कर देंगी। ईराक के कुर्द इलाके में महिलाओं और बच्चियों के खतने के खिलाफ जोरदार अभियान चलाने वाली ‘वादी’ एनजीओ. की कार्यकर्ता रसूल कई बच्चियों के लिए देवदूत जैसी हैं।
खतना आमतौर पर पुरूषों का किया जाता है। यह मुस्लिम धर्म में ‘पाकी’ के नाम पर किया जाता है, जिसे वैज्ञानिकों द्वारा भी इस आधार पर लाभदायक बताया है कि इसके द्वारा कई खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। परंतु लड़कियों के खतना एक निश्चित समुदाय में ही प्रचलित है जिसके कई बुरे प्रभाव भी देखें गए हैं जिसके चलते इस पर रोक लगाने की मांग जोर पर है।