Who is Butaluram Mathra
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि आज और आगामी दिनों में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहार भारत की विविधता में व्याप्त एकता की भावना के सूचक हैं। मोदी ने लोगों से इस भावना को मजबूत करने का आग्रह किया। वउन्होंने ‘मन की बात’ मासिक कार्यक्रम में कहा कि रविवार को विभिन्न राज्य अपना पारंपरिक नववर्ष मना रहे हैं और आगामी दिनों में कई अन्य राज्य भी इसे मनाएंगे। मोदी ने कहा कि ईद सहित अन्य त्योहार भी मनाए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों को इन त्योहारों की बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में कुछ ही सप्ताह बाद गर्मी की छुट्टियां भी शुरू होने वाली हैं और गर्मी के लंबे दिन छात्रों के लिए नए शौक विकसित करने एवं अपने कौशल को निखारने का समय होते हैं।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, साथियो, जब परीक्षाएं आती हैं, तो युवा साथियों के साथ मैं ‘परीक्षा पे चर्चा’ करता हूं। अब परीक्षाएं हो चुकी हैं। बहुत सारे स्कूलों में तो दोबारा क्लास शुरू होने की तैयारी हो रही है। इसके बाद गर्मी की छुट्टियों का समय भी आने वाला है। साल के इस समय का बच्चों को बहुत इंतजार रहता है। मुझे तो अपने बचपन के दिन याद आ गए जब मैं और मेरे दोस्त दिनभर कुछ-ना-कुछ उत्पात मचाते रहते थे। मगर इनके साथ ही हम कुछ constructive भी करते थे, सीखते भी थे। यह समय किसी नई Hobby को अपनाने के साथ ही अपने हुनर को और तराशने का भी है | प्रधानमंत्री ने छात्रों के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने वालों से ‘माईहॉलिडेज’’ हैशटैग का उपयोग करने तथा छात्रों एवं अभिभावकों से ‘‘हॉलिडेमेमोरीज’’ हैशटैग के साथ अपने अनुभव साझा करने का आग्रह किया। मोदी ने अपने संबोधन में विभिन्न तरीकों से जल संरक्षण कर ‘कैच द रेन’ अभियान को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह के कदमों से पिछले सात से आठ साल में 11 अरब घन मीटर से अधिक पानी बचाया गया है। उन्होंने लोगों से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह करते हुए कहा कि यह भारत की ओर से मानवता के लिए एक अमूल्य उपहार है।
मोदी ने कहा कि 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक बड़ा उत्सव बन गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इस आयोजन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है।