Same-Sex Marriage : आज सुप्रीम कोर्ट मे होगा समलैंगिक विवाह पर फैसला, अक्टूबर 2023 को कानूनी मान्यता देने से किया था इनकार

Same-Sex Marriage : आज सुप्रीम कोर्ट मे होगा समलैंगिक विवाह पर फैसला, अक्टूबर 2023 को कानूनी मान्यता देने से किया था इनकार |

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  • Publish Date - January 9, 2025 / 07:55 AM IST,
    Updated On - January 9, 2025 / 07:55 AM IST

Same-Sex Marriage | Source : File Photo

नई दिल्ली। Same-Sex Marriage : उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी देने से इनकार करने संबंधी अक्टूबर 2023 के अपने फैसले की समीक्षा के अनुरोध वाली याचिकाओं पर आज विचार करेगी। न्यायमूर्ति बी.आर. गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना, न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ इस मामले से जुड़ी करीब 13 याचिकाओं पर कक्षों में सुनवाई करेगी। परंपरा के अनुसार, पुनर्विचार याचिकाओं पर न्यायाधीश अपने कक्ष में विचार करते हैं।

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शीर्ष अदालत ने पुनर्विचार याचिकाओं पर खुली अदालत में सुनवाई की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। वर्तमान प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना द्वारा 10 जुलाई 2024 को पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग करने के बाद नई पीठ का गठन किया गया था। न्यायालय की कार्यसूची के अनुसार, पुनर्विचार याचिकाओं पर 9 जनवरी को अपराह्न लगभग 1.55 बजे विचार किया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर 2023 को भारत में समलैंगिक विवाहों के लिए कानूनी मान्यता देने से इनकार करते हुए कहा कि यह विधायिका को तय करने का मामला है। हालांकि, पीठ के सभी न्यायाधीशों ने सहमति व्यक्त की कि भारत संघ, अपने पहले के बयान के अनुसार, समलैंगिक संघ में व्यक्तियों के अधिकारों और हकदारियों की जांच करने के लिए एक समिति का गठन करेगा, जो उनके संबंधों को “विवाह” के रूप में कानूनी मान्यता के बिना करेगा।

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समलैंगिक विवाह पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय कब हुआ था?

सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर 2023 को भारत में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया था और कहा था कि यह विधायिका का मामला है।

समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से सुप्रीम कोर्ट ने क्यों इनकार किया?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक विधायिका का मामला है और इसे कानून के माध्यम से तय किया जाना चाहिए।

क्या सुप्रीम कोर्ट समलैंगिक विवाह पर पुनर्विचार करेगा?

हाँ, सुप्रीम कोर्ट 9 जनवरी 2024 को समलैंगिक विवाह से जुड़े पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।

समलैंगिक विवाह के अधिकारों पर सरकार क्या कदम उठा रही है?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार समलैंगिक संघों में व्यक्तियों के अधिकारों की जांच करने के लिए एक समिति का गठन करेगी, जो विवाह को कानूनी मान्यता देने से अलग होगा।

क्या समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिल सकेगी?

इस पर अभी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है, क्योंकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट और विधायिका पर निर्भर करेगा।