जम्मू, 10 फरवरी (भाषा) पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस के कथित उत्पीड़न के बाद आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार से मिलने के लिए अपने उनके कठुआ जाने के बाद उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) को निलंबित कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने आरोप लगाया है कि युवक माखन दीन ने अपनी जान इसलिए दी क्योंकि वह आतंकवादियों के साथ संबंधों के आरोपों के कारण पुलिस द्वारा दी जा रही यातना को सहन नहीं कर पाया।
कठुआ के बिलावर क्षेत्र के गुर्जर समुदाय के युवक माखन दीन (25) ने मंगलवार शाम अपने घर पर कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली थी तथा खुद को निर्दोष बताते हुए इसका वीडियो भी बना लिया था। माखन दीन ने आतंकवादियों से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया, जिसके बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने अलग-अलग जांच शुरू कर दी।
इल्तिजा इस घटना की न्यायिक जांच की मांग कर रही हैं। उन्होंने उत्तरी कश्मीर के सोपोर में कथित रूप से सेना द्वारा ट्रक चालक की हत्या की घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की। चालक को जांच चौकी पर नहीं रुकने पर कथित रूप से गोली मारी गई थी।
पीडीपी नेता ने जम्मू में अपने पार्टी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे दो पीएसओ (हामिद और बशारत) को बिना किसी गलती के निलंबित कर दिया गया।’’
उन्होंने कह, ‘‘अगर उन्हें इतनी जल्दी निलंबित कर दिया गया, तो कठुआ में आतंक फैलाने वाले और निर्दोष युवाओं से पैसे ऐंठने वाले थाना प्रभारी (एसएचओ) के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने मुझे बताया कि जो लोग पैसे नहीं देते हैं, उन्हें (आतंकवादियों का) ‘ओवर ग्राउंड वर्कर’ करार दे दिया जाता है।’’
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि ट्रक चालक की मौत के आरोपी सेना के जवानों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
इल्तिजा के आरोपों पर अभी तक पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे (पीएसओ) उस वीआईपी की सुरक्षा में नाकाम रहे जिसकी उन्हें जिम्मेदारी दी गई थी।
इल्तिजा ने आरोप लगाया कि कठुआ में उनके दौरे को रोकने में विफल रहने के कारण उनके पीएसओ को निलंबित कर दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह रात के समय जम्मू से ‘‘चोरों की तरह’’ कठुआ गईं।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 में तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से सत्य के साथ खड़ा होना अपराध बन गया है।
पीडीपी नेता ने आरोप लगाया कि चाहे वह ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ हो, उपराज्यपाल के नेतृत्व वाला प्रशासन हो या केंद्र हो, सरकार की इस जगह को समृद्ध, सुरक्षित और संरक्षित बनाने की कोई प्राथमिकता नहीं है।
उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों या ‘इंडिया’ गठबंधन के भविष्य पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘दिल्ली में जो हो रहा है, वह मेरी चिंता का विषय नहीं है। हमारे लोगों का जीवन, उनकी सुरक्षा और सम्मान उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।’’
इल्तिजा ने कहा, ‘‘मेरी चिंता उस युवक को लेकर है जिसने अपनी जान गंवा दी लेकिन भ्रष्ट एसएचओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, उसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’
इससे पहले, महबूबा ने कहा था कि इल्तिजा के कठुआ दौरे के बाद उनकी बेटी के दो पीएसओ को निलंबित कर दिया गया है।
भाषा सिम्मी प्रशांत
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