महिलाओं के लिए असुरक्षित राजधानी! बच्चों के खिलाफ बढ़े अपराध, NCRB ने किये चौंकाने वाले खुलासे

महिलाओं के लिए असुरक्षित राजधानी! बच्चों के खिलाफ बढ़े अपराध, NCRB ने किये चौंकाने वाले खुलासे Crime against children increased NCRB shocking

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  • Publish Date - August 30, 2022 / 07:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

Crime Against Increased: नई दिल्ली। देश में लगातार क्राइम के आकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे क्राइम के शिकार होते हैं। राजधानी की बात करें तो राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने 2021 के आंकड़े जारी कर दिए हैं, जो बेहद ही चौंकाने वाले हैं। देश की राजधानी महिलाओं के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। 2020 की तुलना में यहां 2021 में महिला अपराध काफी तेजी से बढ़ गया है। ऐसे मामलों में 40 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र सबसे ज्यादा लोगों ने आत्महत्या कर ली।

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NCRB की चौंकाने वाली रिपोर्ट
Crime Against Increased: NCRB आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 2021 में हर दिन दो नाबालिग लड़कियां दुष्कर्म का शिकार बनी। पिछले साल 19 बड़े शहरों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल 43,414 मामले दर्ज किए गए। इनमें से दिल्ली में 13,982 मामले दर्ज किए गए। वहीं, दहेज के लिए हत्या के 136 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 19 महानगरों में होने वाली कुल मौतों का 36.26% है।

दिल्ली के बाद मुंबई 5,543 मामलों के साथ दूसरे नंबर और बेंगलुरु 3,127 मामलों के साथ तीसरे नंबर पर है। मुंबई में 12.76% और बेंगलुरु में 7.2% में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध दर्ज किए गए। देश के 19 बड़े शहरों में महिलाओं के खिलाफ हुए कुल अपराधों में से अकेले दिल्ली में 32% अपराध दर्ज किए गए।

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POCSO एक्ट के तहत 1,357 मामले दर्ज
Crime Against Increased: दिल्ली में पिछले साल महिलाओं का शील भंग करने के इरादे से उन पर हमले के 2,022 मामले दर्ज किए गए। ​​​​​​NCRB ने कहा कि 2021 में POCSO एक्ट के तहत 1,357 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों के अनुसार, 2021 में बच्चियों के बलात्कार के 833 मामले दर्ज किए गए।