विझिंजम बंदरगाह को मछली पकड़ने वाली नौकाओं से घेरा गया, मुख्य फाटक तोड़कर अंदर घुसे प्रदर्शनकारी

विझिंजम बंदरगाह को मछली पकड़ने वाली नौकाओं से घेरा गया, मुख्य फाटक तोड़कर अंदर घुसे प्रदर्शनकारी

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  • Publish Date - August 22, 2022 / 03:58 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:56 PM IST

तिरुवनंतपुरम, 22 अगस्त (भाषा) केरल के निर्माणाधीन विझिंजम बंदरगाह पर सोमवार को अनूठे तरीके का आंदोलन देखने को मिला, जब नौकाओं पर सवार मछुआरों ने समुद्र किनारे स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस बंदरगाह को घेरकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जमीन पर मौजूद अन्य लोग इसके विशाल द्वारों को तोड़कर परिसर में प्रवेश कर गए।

प्रदर्शनकारी मछुआरों के प्रतिनिधियों ने रविवार को बातचीत के बाद अपने आंदोलन को तेज करने की मंशा जताते हुए समुद्र से बंदरगाह का मार्ग अवरुद्ध करने की बात कही थी। ये वही प्रतिनिधि हैं जिनकी वर्ष 2018 में राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में साहसिक बचाव कार्यों के लिए ‘केरल की अपनी सेना’ कहकर तारीफ की गई थी।

मछुआरों के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह राज्य सरकार से वार्ता के विफल रहने पर यह निर्णय लिया। मछुआरों ने सोमवार को न केवल समुद्र से बंदरगाह का मार्ग अवरुद्ध कर दिया, बल्कि जमीन पर उनमें से कई लोग बंदरगाह के फाटकों पर चढ़ गए और अंदर लगे ताले तोड़ दिए। इससे बाहर इंतजार कर रही प्रदर्शनकारियों की भीड़ अंदर घुस गई।

कई टीवी चैनल पर प्रसारित दृश्यों में दिखाया गया है कि कैसे सुबह से भारी संख्या में तैनात पुलिस असहाय होकर मूकदर्शन बन रही और प्रदर्शनकारियों ने फाटकों पर चढ़ने के बाद नीचे उतरकर अंदर के ताले तोड़ दिए।

ताले तोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों को खुशी से नाचते देखा गया। समुद्र में बंदरगाह के आसपास मछली पकड़ने वाली सैकड़ों नौकाएं भी वहां देखी गईं।

विरोध का नेतृत्व कर रहे लैटिन आर्चडायोसीज के एक पादरी ने एक दिन पहले कहा था कि राज्य सरकार ने कहा है कि वह उनकी पांच मांगों को पूरा करेगी, लेकिन यह केवल एक मौखिक आश्वासन था और वे इसे लिखित रूप में चाहते हैं।

पादरी ने कहा था कि बंदरगाह का निर्माण रोक दिया जाना चाहिए और इसके पर्यावरणीय प्रभाव के संबंध में एक अध्ययन किया जाना चाहिए।

भाषा संतोष मनीषा

मनीषा