केंद्र के आदेश की नाफरमानी, TMC ने कहा- राष्ट्रपति शासन से हम नहीं डरते, 3 IPS अफसरों को कार्यमुक्त करने का मामला

केंद्र के आदेश की नाफरमानी, TMC ने कहा- राष्ट्रपति शासन से हम नहीं डरते, 3 IPS अफसरों को कार्यमुक्त करने का मामला

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  • Publish Date - December 17, 2020 / 12:58 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

कोलकाता, 17 दिसंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार केंद्र के आदेश पर भारतीय पुलिस सेवा के तीन अधिकारियों को प्रतिनुयक्ति पर नहीं भेजेगी। तृणमूल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के मुद्दे पर कहा कि पार्टी इससे डरती नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस संबंध में केंद्र का आदेश असंवैधानिक है और स्वीकार करने लायक नहीं है।

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उन्होंने कहा, “हम उन्हें प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजेंगे। ज्यादा से ज्यादा यही होगा कि केंद्र सरकार राष्ट्रपति शासन लगा देगी। हम इसका स्वागत करते हैं। यदि केंद्र के पास यह करने की शक्ति है तो वह ऐसा कर सकती है।” भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर 10 दिसंबर को हुए हमले के बाद पश्चिम बंगाल कैडर के तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया है।

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राजीव मिश्रा (एडीजी, दक्षिण बंगाल) को आईटीबीपी, प्रवीण त्रिपाठी (डीआईजी, प्रेसिडेंसी रेंज) को सीमा सुरक्षा बल तथा भोलानाथ पांडेय (एसपी, डायमंड हार्बर) को पुलिस अनुसंधान ब्यूरो में भेजा गया है।

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मुखर्जी ने कहा, “यह असंवैधानिक है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। हम केंद्र के हस्तक्षेप को अनुमति नहीं देंगे।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आईपीएस कैडर नियमावली 1954 के कुछ प्रावधानों का गलत इस्तेमाल कर देश के संघीय ढांचे को बर्बाद करने का प्रयास कर रही है।