पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाला : ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी को नौ अक्टूबर को तलब किया

पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाला : ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी को नौ अक्टूबर को तलब किया

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  • Publish Date - October 4, 2023 / 03:50 PM IST,
    Updated On - October 4, 2023 / 03:50 PM IST

कोलकाता, चार अक्टूबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में अनियमितताओं के आरोपों की जांच के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी से नौ अक्टूबर को उसके अधिकारियों के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा कि जांच एजेंसी ने अभिषेक की पत्नी रुजिरा को भी 11 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया है।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ‘‘हमारे अधिकारी स्कूल भर्ती घोटाला मामले में नौ अक्टूबर को अभिषेक से और 11 अक्टूबर को उनकी पत्नी रुजिरा से पूछताछ करेंगे। दोनों से यहां हमारे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।’’

इससे पूर्व ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता के माता-पिता अमित और लता बनर्जी को इसी मामले में इस सप्ताह उसके अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए तलब किया था।

ईडी ने डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक को तीन अक्टूबर को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। अभिषेक राज्य को उसकी कथित बकाया केंद्रीय निधि तत्काल जारी करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नयी दिल्ली में आयोजित पार्टी की रैली में शामिल हुए थे।

राज्य सरकार की बकाया राशि को कथित रूप से रोके रखने के विरोध में केंद्र के खिलाफ इस सप्ताह नयी दिल्ली में पार्टी के प्रदर्शन के बाद तृणमूल कांग्रेस ने ईडी के समन को‘‘अभिषेक फोबिया’’ और ‘‘बदले की राजनीति’’ करार दिया।

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हमारे प्रदर्शन कार्यक्रम को रोकने के मकसद से प्रदर्शन से पहले अभिषेक बनर्जी को समन भेजा गया था। सारे हथकंडे अपनाने के बाद प्रदर्शन रोकने में नाकाम रहने पर अब वे इस तरह की गंदी चालें चल रहे हैं। बनर्जी को तलब करना बदले की राजनीति और ‘अभिषेक फोबिया’ के उदाहरण के अलावा कुछ नहीं है।’’

तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी में दो और तीन अक्टूबर को प्रदर्शन किया था और इस दौरान उनके नेताओं को हिरासत में लिया गया था।

पार्टी सांसदों, राज्य के मंत्रियों एवं मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) कामगारों सहित समर्थकों के साथ बनर्जी ने नयी दिल्ली में मंगलवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन का आयोजन किया था। एक दिन पहले महात्मा गांधी की जयंती पर राजघाट में उन्होंने दो घंटे का धरना दिया था जिसके बाद उन्हें पुलिस द्वारा हटा दिया गया था।

तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों को किसी को समन भेजने से पहले तृणमूल कांग्रेस से विचार विमर्श करने की आवश्यकता नहीं होती है।

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता सामिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) घोटाला मामले में जांच अदालत के निर्देशानुसार की जा रही है। अगर तृणमूल कांग्रेस को किसी बात का डर नहीं है तो वे केंद्रीय एजेंसियों के समक्ष पेश होने से बच क्यों रहे हैं? अगर उन्हें कोई शिकायत है तो वे कानूनी उपाय तलाश सकते हैं।’’

शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में बनर्जी से ईडी ने 12 सितंबर को करीब नौ घंटे पूछताछ की थी। इसके बाद बनर्जी ने कहा था कि ये पूछताछ उन्हें विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) की बैठक में हिस्सा लेने से रोकने का प्रयास था और यह इस बात का प्रमाण है कि टीएमसी विपक्षी एकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

ईडी अभिषेक बनर्जी से कोयला चोरी मामले में दो बार – 2021 में राष्ट्रीय राजधानी में एजेंसी के कार्यालय में और 2022 में कोलकाता में पूछताछ कर चुकी है।

भाषा सुरभि वैभव

वैभव