Who will be PM after Modi, Credit: PTI and Reuters Photos
नईदिल्ली: Who will be PM after Modi, देश में पीए मोदी के कार्यकाल के अभी दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन फिर भी पीएम मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया हैं। इसके पहले भारतीय जनता पार्टी साफ कर चुकी है कि 2029 का चुनाव भी पीएम मोदी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। इसी बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी RSS के प्रमुख मोहन भागवत से भी इसे लेकर सवाल पूछा गया। इसपर उन्होंने कहा कि सिर्फ शुभकामनाएं दे सकते हैं।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत से पूछा गया कि पीएम मोदी के बाद अगला पीएम कौन होगा? इसपर संघ प्रमुख ने कहा, ‘कुछ सवाल मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं। इसमें मैं अपनी राय नहीं दे सकता। मैं सिर्फ शुभकामनाएं दे सकता हूं। और कुछ नहीं।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘मोदी जी के बाद कौन होगा, यह तय मोदी जी और बीजेपी को करना है।’
Who will be PM after Modi, दरअसल, कुछ दिनों पहले भाजपा में रिटायरमेंट की नीति को लेकर अगले पीएम उम्मीदवार को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया था। हालांकि, भाजपा ने बदलाव से इनकार किया था। पीएम मोदी ने सितंबर में 75वां जन्मदिन मनाया है। ज्यादातर लोगों को मानना है कि 2029 तक पीएम मोदी 78 साल के हो जाएंगे ऐसे में पीएम की जिम्मेदारी उन्हें नहीं सौंपी जाएगी। भाजपा किसी अन्य नेता को पीएम बनाएगी।
टीवी चैनल के एक कार्यक्रम में पहुंचे सीएम फडणवीस से पीएम मोदी के संभावित उत्तराधिकारी के संबंध में सवाल किया गया था। इसपर उन्होंने कहा कि किसी और का नाम सोचने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी स्वस्थ हैं और वही 2029 में भी लीड करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वह किसी 40 वर्षीय शख्स से ज्यादा कड़ी मेहनत करते हैं। वह दिन में 17 घंटे से ज्यादा काम करते हैं और कभी भी बैठकों के दौरान जम्हाई नहीं लेते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब तक वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं, तब तक उनके अलावा किसी और को देखने का सवाल ही नहीं उठता। वह 2029 में भी हमारे नेता रहेंगे।’
Who will be PM after Modi, इधर दिसंबर की शुरुआत में महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, ‘प्रधानमंत्री को वैश्विक स्तर पर इतने ध्यान से क्यों सुना जा रहा है? उन्हें इसलिए सुना जा रहा है, क्योंकि भारत की ताकत अब उन जगहों पर प्रकट होने लगी है, जहां उसे उचित रूप से प्रकट होना चाहिए। इसने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।’