बंद हो जाएंगी मुफ्त की स्कीमें? खस्ताहाल हो रहे राज्य, अधिकारियों ने PM को दिया अपडेट

PM Modi Meeting With Bureaucrats: अधिकारियों ने पीएम मोदी के साथ एक चर्चा में कहा कि मुफ्त वाली स्कीमें राज्य ऐसे ही चलाते रहे तो श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। वहां जरूरी चीजों की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। Will free schemes be closed? The state is deteriorating, the officials gave an update to the PM

  •  
  • Publish Date - April 8, 2022 / 11:39 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

नई दिल्ली: PM Modi Meeting With Bureaucrats: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में, कुछ अधिकारियों ने कई राज्यों की तरफ से घोषित लोकलुभावन योजनाओं पर चिंता जाहिर की है और दावा किया कि वे आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं हैं और वे उन्हें श्रीलंका (Sri Lanka) के रास्ते पर ले जा सकती हैं।

ये भी पढ़ें:अमेरिका में परिवार और रोजगार आधारित अप्रयुक्त वीजा रद्द करने के लिए विधेयक पेश

बता दें कि पीएम मोदी ने बीते दिनों 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर सभी विभागों के सचिवों के साथ चार घंटे की लंबी बैठक की, बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अलावा केंद्र सरकार के अन्य शीर्ष अधिकारी भी शामिल रहे।

बड़ा दृष्टिकोण अपनाएं अधिकारी

सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान, पीएम मोदी ने अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि वे कमियों के प्रबंधन की मानसिकता से बाहर निकलकर अतिरिक्त के प्रबंधन की नई चुनौती का सामना करें, पीएम मोदी ने प्रमुख विकास परियोजनाओं को नहीं लेने के बहाने के तौर पर ‘गरीबी’ का हवाला देने की पुरानी कहानी को छोड़ने और उनसे एक बड़ा दृष्टिकोण अपनाने के लिए कहा।

ये भी पढ़ें:केन्द्रीय बैंक की डिप्टी गवर्नर को बंदूकधारियों ने गोली मारी, वारदात से मचा हड़कंप

उन्होंने सचिवों से फीडबैक देने और सरकार की नीतियों में खामियों पर सुझाव देने के लिए भी कहा, जिनमें वे भी शामिल हैं जो उनके संबंधित मंत्रालयों से संबंधित नहीं हैं, सूत्रों ने कहा कि 24 से अधिक सचिवों ने अपने विचार पीएम मोदी को बताए।

2014 के बाद से प्रधानमंत्री की सचिवों के साथ ये नौवीं बैठक थी, सूत्रों ने कहा कि दो सचिवों ने हाल के विधान सभा चुनावों में एक राज्य में घोषित एक लोकलुभावन योजना का उल्लेख किया जो आर्थिक रूप से खराब स्थिति में है। उन्होंने साथ ही अन्य राज्यों में इसी तरह की योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि वे आर्थिक रूप से टिकाऊ नहीं हैं और राज्यों को श्रीलंका के रास्ते पर ले जा सकती हैं।

ये भी पढ़ें:अमेरिकी प्रस्ताव पारित, बूचा नरसंहार पर UNHRC से रूस सस्पेंड, भारत समेत 58 देशों ने वोटिंग से बनाई दूरी

श्रीलंका में इस समय लोगों को ईंधन, रसोई गैस के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है, जरूरी चीजों की आपूर्ति कम है, साथ ही लोग लंबे समय तक बिजली कटौती के कारण हफ्तों से परेशान हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शासन में समग्र सुधार के लिए नए विचारों का सुझाव देने के लिए सचिवों के 6 क्षेत्रीय समूहों का भी गठन किया है।