बेंगलुरू, 30 सितंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बाबरी विध्वंस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी एवं 31 अन्य आरोपियों को लखनऊ की सीबीआई अदालत द्वारा बरी किये जाने के फैसले का स्वागत करते हुये इसे ‘सत्य की जीत’ करार दिया ।
सीबीआई की विशेष अदालत ने पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों — मुरली मनोहर जोशी एवं उमा भारती— समेत सभी 32 आरोपियों को यह कहते हुये बरी कर दिया कि उनके खिलाफ कोई निर्णायक प्रमाण नहीं है ।
येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘अदालत का यह कहना कि यह घटना पूर्व नियोजित नहीं थी, सत्य की विजय है ।’
फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्हें बहुत खुशी हुयी है क्योंकि वह भी राम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा थे ।
राम मंदिर निर्माण की पृष्ठभूमि तैयार करने का श्रेय भाजपा के वरिष्ठ नेताओं — आडवाणी, जोशी तथा भारती — को देते हुये येदियुरप्पा ने कहा, ‘सभी भारतीयों के आनंद के क्षण में, मैं फैसले का स्वागत करता हूं ।’
गौरतलब है कि राम मंदिर के निर्माण के लिये भूमि पूजन एवं शिलान्यास दो महीने पहले किया जा चुका है ।
बाबरी विध्वंस के दिन को याद करते हुये येदियुरप्पा ने कहा कि इस अवसर पर आडवाणी के उस ऐतिहासिक भाषण को कोई नहीं भूल सकता है ।
यह मामला उत्तर प्रदेश के आयोध्या में छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराये जाने से संबंधित है, इसके बाद देश में कई जगह दंगे भड़क गये थे, कई महीने तक चले इन दंगों में करीब दो हजार लोगों की मौत हो गयी थी ।
विवादित ढांचे को ‘कार सेवकों’ ने गिराया था, जिनका दावा था कि प्राचीन राम मंदिर के स्थान पर मस्जिद का निर्माण किया गया था ।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा सी एन अश्वथ नारायण, गृह मंत्री बासवराज बोम्मई और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन सचिव बी एल संतोष समेत अन्य लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है ।
भाषा रंजन रंजन उमा
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