whatsapp Ai stickers: वॉट्सऐप पर चैटिंग करना होगा अब और भी मजेदार! जल्द आ रहा AI-जनरेटेड स्टिकर्स, जानें कैसे करेगा काम…
whatsapp AI stickers feature roll out for beta version व्हाट्सऐप ने अपनी बीटा यूजर्स के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस स्टीकर्स लॉन्च किए हैं।
whatsapp AI stickers feature roll out for beta version
whatsapp AI stickers : नई दिल्ली। पॉपुलर मैसेंजर व्हाट्सऐप ने अपनी बीटा यूजर्स के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) स्टीकर्स लॉन्च किए हैं। कंपनी फिलहाल सभी यूजर्स के लिए इस स्टीकर का ट्रायल कर रही है। आने वाले दिनों में यह सबके लिए उपलब्ध होगा। फिलहाल बीटा यूजर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। newsbytesapp की खबर के मुताबिक, एआई स्टीकर, एक ऐसी सुविधा जो यूजर्स को टेक्स्ट सिग्नल के आधार पर पर्सनलाइज्ड स्टिकर बनाने और शेयर करने की परमिशन देती है।
WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक, WhatsApp यूजर्स के चैटिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए एक नया फीचर लाने पर काम कर रहा है, जो बीटा वर्जन 2.23.17.14 के डेवलपमेंट फेज में है। कंपनी जल्द ही इस फीचर को सभी के लिए रोलआउट करेगी।
खुद के लिए ऐसे बना सकेंगे हैं स्टीकर
ऐसे बना सकेंगे हैं स्टीकर इसी बीच नए फीचर को लेकर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि, यह नया AI फीचर कैसे काम करेगा। सबसे पहले आपको एआई जनरेटेड स्टिकर बनाने के लिए इसके बटन को दबाना होगा। इसके बाद आप लिख सकते हैं। चश्मा पहने कुत्ता मैदान में खेल रहा है। इसके बाद आपको कई तरह के स्टिकर दिखने लगेंगे। इसके साथ ही यूजर नए एआई संचालित फीचर यूज करके बनाए गए स्टिकर रिसीवर को आसानी से पहचान सकता है। फिलहाल इसे लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। इस फीचर को सभी के लिए उपलब्ध कराए जाने के बाद ही इसकी पूरी जानकारी सामने आएगी।

स्टिकर आसानी से पहचाने जा सकेंगे
WABetaInfo का कहना है कि यह सुविधा इन-ऐप स्टीकर पैनल से उपलब्ध है। आप अपनी पंसद का संकेत देकर वैसा ही स्टीकर पा सकते हैं। व्हाट्सऐप आपकी पसंद का स्टीकर जेनरेट करेगा, जिसे आप पोस्ट कर चैट में शेयर कर सकते हैं. इन स्टीकर्स (AI-generated stickers) को आसानी से पहचाना जा सकता है। इससे पता चलता है कि यह दिखाने के लिए कोई लेबल या संकेत हो सकता है कि स्टिकर एआई का इस्तेमाल कर तैयार किए गए थे।
एंड्रॉयड बीटा चैनल पर हो रहा ट्रायल
whatsapp AI stickers : खबर के मुताबिक, यह नई वर्किंग कैपिसिटी मिडजॉर्नी या ओपनएआई के DALL-E मॉडल की तरह मालूम पड़ती है। इसे व्हाट्सऐप के एंड्रॉयड बीटा चैनल पर ट्रायल करते हुए देखा गया था। हालांकि व्हाट्सएप द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला स्पेसिफिक जेनेरिक AI मॉडल अननोन है। WABetaInfo का दावा है कि यह मेटा की तरफ से पेश एक सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल करता है।

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