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The Conjuring Last Rites Review: द कॉन्ज्यूरिंग’ यूनिवर्स की आखिरी हॉरर फिल्म ‘द कॉन्ज्यूरिंग: लास्ट राइट्स’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है, जिसका दर्शक लंबे समय से बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हॉलीवुड की सबसे मशहूर हॉरर फ्रेंचाइज़ी ‘कंज्यूरिंग’ की नई फिल्म ‘द लास्ट राइट्स’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। पहले से ही कहा जा रहा था कि यह इस यूनिवर्स की आखिरी कंज्यूरिंग फिल्म हो सकती है। फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। अब सवाल ये है की फिल्म कैसी है? आइए जानते हैं।
यह फिल्म हमें पैरानॉर्मल विशेषज्ञ वॉरेन दंपति के उस समय में ले जाती है, जब डर और आतंक की असली शुरुआत हुई थी। गर्भवती लॉरेन (वेरा फार्मिगा) और एड (पैट्रिक विल्सन) एक शापित आईने से तो बच निकलते हैं, लेकिन उसकी बुरी छाया उनकी अजन्मी बेटी पर पड़ जाती है। उनकी बेटी जूडी (मिया टॉमलिंसन) जन्म के समय मौत के करीब पहुंच जाती है, और जैसे-जैसे बड़ी होती है, वह डरावने सपनों और अलौकिक घटनाओं से घिरने लगती है।
फिल्म के एक्टिंग की बात करें, तो वेरा फार्मिगा और पैट्रिक विल्सन के करैक्टर ने शुरुआत से लेकर अंत तक अच्छा काम किया है। वहीं मिया टॉमलिंसन ने भी अपने किरदार से लोगों को चौंकाने का काम किया, खासकर क्लाइमैक्स सीन्स में। हालांकि, दर्शकों का ऐसा मानना है की कुछ सीन्स और और बेहतर तरीके से दिखाया जा सकता था। इसके अलावा बेन हार्डी, इलियट कोवान ने भी अपनी हमेशा की तरह की अच्छी परफॉरमेंस से अपनी भूमिका में दम दिखाया है। फिल्म की एंडिंग में बेन हार्डी के किरदार ने भी दर्शकों को आकर्षित किया।
माइकल चावेस के निर्देशन में बनी इस फिल्म से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे उन पर पूरी तरह खड़े नहीं उतर सके। कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स की इस अंतिम फिल्म को एक दमदार और यादगार विदाई देने का जिम्मा उनके कंधों पर था, लेकिन फिल्म वह प्रभाव छोड़ने में असफल रही। फिल्म में हॉरर एलिमेंट्स अपेक्षा से काफी कम थे, और जो भी डरावने सीन्स दिखाए गए, वे पुराने और बोरिंग लगे। जहां पिछली फिल्मों ने दर्शकों को वाकई डराया था, वहीं ऑडियंस का कहना है की इस बार स्मर्ल्स परिवार के साथ घटी घटनाओं को कमजोर तरीके से पेश किया गया।
कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स की खास बात उसकी कहानियों में मौजूद ठहराव और खामोशी रही है, जो दर्शकों के भीतर एक असहज तनाव पैदा करती है। हालांकि, इस फिल्म में वह गहराई और तनाव का निर्माण पहले जितना प्रभावशाली नहीं लगता। फिर भी, यह अब भी आपका एक दमदार सिनेमैटिक हॉरर एक्सपीरियंस रहेगा।
‘द कॉन्ज्यूरिंग: लास्ट राइट्स’ इसलिए देखने लायक है क्योंकि यह आपको एड और लोरेन वॉरेन के आखिरी पैरानॉर्मल केस की कहानी दिखाती है। फिल्म में यह भी बताया गया है कि, उन्होंने इसके बाद ऐसे मामलों पर काम करना क्यों छोड़ दिया। अगर आप उनके काम और रहस्यमयी घटनाओं में रुचि रखते हैं, तो ये फिल्म आपको कई सवालों के जवाब दे सकती है।
NOTE: यह फिल्म परिवार के साथ देखी जा सकती है, लेकिन छोटे बच्चों को इससे दूर रखना बेहतर होगा, क्योंकि इसे R रेटिंग दी गई है।