IBC24 Mind Summit: रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आज मध्य भारत का सबसे बड़ा और विश्वसनीय न्यूज चैनल आईबीसी 24 छत्तीसगढ़ सरकार को ‘माइंड समिट’ के तौर पर मंच प्रदान कर रहा है। इस समिट में हम छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों से जहां उनके दो साल के अनुभव पर चर्चा कर रहे हैं, तो वहीं आने वाले तीन सालों के लिए विकास और जनकल्याण के रोडमैप को भी जानने की कोशिश कर रहे हैं।
इस दौरान आईबीसी24 के मंच पर आज उच्चशिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा ने अपनी सरकार की दो साल की उपलब्धियां बताई और कई सवालों के बेवाक जवाब भी दिए। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काफी सारा काम करना अभी बस्तर के लिए बाकी है ? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि बस्तर में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है और इतिहास में हमारे प्रदेश के मुखिया विष्णु देवसाय का नाम इतिहास में लिखा जाएगा कि उनके नेतृत्व में उनके मुख्यमंत्री काल में नक्सलवाद का सफाया हुआ। अभी 2 साल में ही अब नक्सलवाद करीब-करीब समापन की ओर है।
IBC24 Mind Summit: जब मैं स्पोर्ट्स मिनिस्टर था तो पिछले साल हमने वहां पर बस्तर ओलंपिक कराया था। उसमें करीब 165000 लोगों ने रजिस्टर रजिस्ट्रेशन कराया था जो अपने आप में रिकॉर्ड था और इस साल जो बस्तर ओलंपिक हो रहा है उसमें करीब 4 लाख लोग भाग ले ले रहे हैं तो वहां पे अब कोई खौफ नहीं है। जिस गांव में कभी बस नहीं गया था माननीय मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री बस सेवा प्रारंभ किया है, सुदूरवर्ती गांव में जहां कभी लोग गए नहीं हैं, उस गांव में लोग पहली बार बस को देख रहे हैं कि बस कैसा होता है। लोग पहली बार अभी जनपद के और ग्राम पंचायत के चुनाव में वोट डाले हैं तो यह मुख्यमंत्री साय का इतना लगातार प्रयास लगातार फोकस बस्तर के लिए है। अब वहां शांति भी आ रही है विकास भी।
ऐसे क्षेत्र जहां पर मूलभूत सुविधाएं अब तक नहीं है। जहां लाइट अभी आ रही है, पानी की परेशानी है, उन्हें ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी नहीं है। ऐसी जगहों में शिक्षा को पहुंचाना सबसे ज्यादा चैलेंजिंग है? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि वहां शिक्षा भी पहुंचेगी। पहले बंद जो पुराने पाठशाला थे पाठशाला खुल रही है। प्राइमरी का, मिडिल का, हाई स्कूल का कॉलेज का भी विस्तार होगा। बस्तर समृद्धशाली क्षेत्र होगा और वहां पे पर्यटन की भी बहुत सारी संभावनाएं हैं। आप देखे होंगे चित्रकूट है और अपना तीरथगढ़, बहुत सी जगह हैं, तो बस्तर सांस्कृतिक रूप से भी काफी समृद्ध है। बस्तर क्षेत्र का बहुत तेजी से विकास होगा।
नक्सली जो अभी लगातार समर्पण कर रहे हैं सरकार ने उसके लिए भी पुनर्वास नीति लाई है, उनको पुनर्वास कर रहे हैं, रोजगार दे रहे हैं, तो कुल मिलाकर मैं यह कहता हूं कि मुख्यमंत्री साय ने जिस तरह से प्लानिंग किया है योजना बनाई है बस्तर के साथ छत्तीसगढ़ का बहुत तेजी से विकास चल रहा है और 2 साल में हमारा छत्तीसगढ़ बदल रहा है। निश्चित तौर पर बदलते छत्तीसगढ़ को सभी देख रहे हैं और दर्शक भी इस बात को बिल्कुल एक्सेप्ट करेंगे कि छत्तीसगढ़ बहुत तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है और उतनी तेजी से बस्तर भी जो है वो बदल रहा है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमने बैठक लेकर के हमने साफ निर्देश किया है हम कि कॉलेज का जो टाइमिंग है उस टाइमिंग में पूरे प्राध्यापक को सहायक प्राध्यापक को उपस्थित रहना, इसके लिए हमने बायोमेट्रिक अटेंडेंस का भी हमने प्रावधान किया है और पूरे क्लास पूरे टाइम तक लगना चाहिए हम और अध्यापक में भी कई अध्यापक रोते रहते हैं कि मेरा तो पदोन्नति का मामला पड़ा हुआ है तो मेरा यह इंक्रीमेंट का मामला पड़ा है। ऐसे थोड़ा मायूस रहते हैं। तो मैंने यह कहा कि जो हमारे प्राध्यापक हैं, सहायक प्राध्यापक हैं, उनके जो मामले हैं उनका त्वरित निराकरण हो। आप अध्यापकों का प्राध्यापकों का अगर मामला को रखे रहेंगे ठीक। वो मन से खुश नहीं रहेगा तो पढ़ाई क्या करेगा? तो उसके जितने लंबित प्रकरण है उसका तत्काल निपटारा करने के लिए आने वाले जनवरी तक हमने टारगेट दिया है।
हमने शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए हमारे पास जो प्राध्यापक की कमियां थी उसको हम भर्ती कर रहे हैं। अभी एक आध महीने में ही पीएससी से प्राध्यापकों की भर्ती हो जाएगी। अभी हमारे मुख्यमंत्री जी ने 625 प्राध्यापक की भर्ती का वित्तीय स्वीकृति दिए हैं। ग्रंथपाल का दिए हैं और उनका हमारे जो स्पोर्ट्स टीचर हैं उनका दिए हैं। तो जो रिक्त पद हैं उस रिक्त पद को हम भरने जा रहे हैं। क्योंकि एनईपी का इतना बड़ा विषय है। इतने सारे विषय हैं कि संबंधित विषय का वहां पे अध्यापक होना जरूरी है। तो हमारे मुख्यमंत्री ने भी शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए काफी स्वीकृतियां दे रहे हैं।