Reported By: Vivek Pataiya
,भोपाल: Former CM Uma Bharti Big statement, मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सरकारों में उनके परिवार को प्रताड़ित होना पड़ा है। उमा भारती ने भविष्य में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई और गौ रक्षा, गंगा संरक्षण और शराबबंदी जैसे मुद्दों पर मीडिया से चर्चा करते हुए अपनी बात रखी।
अपने निवास पर मीडिया से चर्चा करते हुए उमा भारती ने कहा कि मेरे परिवार ने मेरी राजनीति की वजह से बहुत कष्ट उठाया है। शायद ही मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े पदों पर बैठे नेताओं के परिवार ने इतने कष्ट उठाए हों। सरकार चाहे कांग्रेस की रही हो या बीजेपी की मेरी वजह से मेरे परिवार को खूब प्रताड़ना मिली।
उमा भारती ने कहा 2005 से 2013 तक और 1990 से लेकर 1992 तक परिवार के लोगों को प्रताड़ित किया गया। मैं किसी नेता का नाम नहीं लूंगी, समय बता दिया है। 1990 से 1992 में मेरे परिवार के साथ प्रताड़ना शुरू हुई, मेरे भाइयों पर लूट, डकैती जैसे झूठे आरोप लगे और कोर्ट में हमेशा वह पूरी तरह से निर्दोष साबित हुए। दिग्विजय सिंह के समय भाइयों पर हत्या के आरोप लगे, लेकिन सब बरी हो गए। मुझ पर और भाई भतीजों पर केस दर्ज किया गया।
Former CM Uma Bharti Big statement, उन्होंने आगे कहा कि आज तक मुझे पता नहीं चला व्यापम में मेरा नाम क्यों आया? मुझे सीबीआई और अन्य एजेंसियों पर भरोसा था। कम से कम CBI यह जांच तो कर ले कि मेरा नाम क्यों आया? इसके पहले क्राइम ब्रांच ने क्या कारनामा किया था ? क्या मेरे नाम पर कई लोग बच गए। मैं खुद गिरफ्तारी के लिये आ गई थी।
उमा भारती ने आरुषि मर्डर केस का हवाला देते हुए कहा UP पुलिस ने साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ किया था। व्यापम में शुरू में किसका रोल था। ह्रदय में पीड़ा रहती ही है, आप माफ़ करिये या नहीं, मुझे कष्ट देने वालों को मैंने रोते देखा है। मेरे सामने ही लोगों को रोते हुये देखा है। मेरी मां की मृत्यु के बाद व्यापम में मेरा नाम क्या इसलिए लाया गया ताकि कुछ लोगों छोड़ा जाए?
वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत के रिटारयमेंट वाले सवाल पर उमा भारती ने कहा कि मैं संघ प्रमुख के वक्तव्य पर कुछ नहीं बोलूंगी, लेकिन डॉक्टर, शिक्षक, नेता, कलाकार यह लोग जन सेवा करते हैं। जो कि मृत्यु शैय्या तक जनसेवा करते रहते हैं। अभी 15–20 साल तक राजनीति करना है, हो सकता है आगे चुनाव भी लड़ूं। मैंने अटल-आडवाणी के साथ काम किया है। मैं दोनों से 40 साल छोटी हूँ, मैं अभी 66 की हूं।
उमा भारती ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की तारीफ करते हुए कहा निवेश ला रहे हैं रोजगार ला रहे हैं गौ, गंगा, शराबबंदी मेरा विश्वास है। गौ के अभियान में मोहन यादव रुचि ले रहे हैं। मोहन यादव महाकाल का प्रसाद हैं, भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है। राजनीति में सुचिता आ गई है, अब ब्यूरोक्रेसी में सुचिता लानी जरूरी है। गंगा-गौ-शराब बंदी ये मेरे निजी विश्वास का विषय है। मध्यप्रदेश में सही तरीके से शराबंदी लागू करें।
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