Publish Date - May 9, 2025 / 10:16 AM IST,
Updated On - May 9, 2025 / 10:20 AM IST
India Pak War Live Updates | Image Source | IBC24
वॉशिंगटन: India Pak War Live Updates: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने पाकिस्तान के रवैये पर सख्त रुख अपनाते हुए क्षेत्रीय शांति के लिए कड़ा संदेश दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान का उकसावेपूर्ण आचरण एशिया में शांति के माहौल को बिगाड़ रहा है, जिसे अब तुरंत रोका जाना चाहिए।
India Pak War Live Updates: राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बयान में कहा की पाकिस्तान को चाहिए कि वह क्षेत्र में तनाव और हिंसा को बढ़ावा देने के बजाय शांतिपूर्ण संवाद को प्राथमिकता दे। ऐसे मसलों का समाधान केवल बातचीत से ही संभव है, न कि युद्ध या धमकियों से। उन्होंने पाकिस्तान को संयम बरतने और एशिया में स्थिरता बनाए रखने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी।
India Pak War Live Updates: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी इस स्थिति को लेकर अपनी गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा की हमें उम्मीद है कि यह तनाव परमाणु संघर्ष की दिशा में नहीं बढ़ेगा। यह समय समझदारी, कूटनीति और संयम का है। अमेरिका इस स्थिति को लेकर पूरी तरह सतर्क और गंभीर है।
India Pak War Live Updates: इस बीच अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को ‘दर्दनाक और निंदनीय’ करार दिया। उन्होंने कहा की हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और दोनों देशों से अपील करते हैं कि वे तनाव को कम करने के लिए शांतिपूर्ण वार्ता का रास्ता अपनाएं।
India Pak War Live Updates: अमेरिकी प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि उसकी प्राथमिकता दक्षिण एशिया में स्थिरता और शांति बनाए रखना है। राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश विभाग दोनों ने भारत और पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वे किसी भी प्रकार के टकराव से बचें और आपसी संवाद से विवादों का समाधान निकालें।
"ट्रंप प्रशासन का रुख" पाकिस्तान को लेकर इतना सख्त क्यों है?
अमेरिका का मानना है कि पाकिस्तान के हालिया कदम क्षेत्रीय शांति के लिए खतरनाक हैं और इससे एशिया में तनाव बढ़ सकता है।
क्या "ट्रंप प्रशासन का रुख" भारत के समर्थन में है?
ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट रूप से शांति और बातचीत का समर्थन किया है, लेकिन पाकिस्तान को संयम बरतने की विशेष सलाह दी है, जिससे संकेत मिलता है कि वह उकसावे के खिलाफ है।
"ट्रंप प्रशासन का रुख" क्या भारत-पाक वार्ता को आगे बढ़ाएगा?
संभावना है, क्योंकि अमेरिका दोनों देशों से बातचीत का आग्रह कर रहा है। इसका उद्देश्य दक्षिण एशिया में स्थिरता बनाए रखना है।
क्या "ट्रंप प्रशासन का रुख" से कूटनीतिक हल निकल सकता है?
अगर दोनों देश अमेरिकी दबाव और सलाह को गंभीरता से लेते हैं, तो यह तनाव कम करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है।
क्या "ट्रंप प्रशासन का रुख" से पाकिस्तान पर कोई अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ेगा?
हां, इससे पाकिस्तान पर वैश्विक मंचों पर संयम बरतने का दबाव बन सकता है और वह अपनी रणनीति पर पुनर्विचार कर सकता है।