JNU Ravan Dahan/Image Source: IBC24
दिल्ली: JNU Ravan Dahan: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रावण दहन कार्यक्रम के दौरान विवादित घटनाएं सामने आईं जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने लेफ्ट समर्थित छात्रों पर आरोप लगाया कि उन्होंने जूते फेंककर और अन्य बाधाएं पैदा कर कार्यक्रम को बाधित किया। ABVP नेता प्रवीण कुमार ने दावा किया कि लेफ्ट संगठनों ने जानबूझकर अशांति फैलाई।
विवाद का कारण बना वह रावण का पुतला जिसमें दस सिरों पर दिल्ली दंगों की साजिश रचने के आरोपियों उमर खालिद, शरजील इमाम सहित कई लोगों के चेहरे लगाए गए थे। यह कदम छात्रों के बीच तीखी बहस का विषय बन गया। वहीं जेएनयू छात्र संघ ने ABVP पर धर्म का राजनीतिकरण करने और व्यक्तिगत एजेंडा को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया। छात्र संघ ने कहा कि उमर खालिद और शरजील इमाम पिछले पांच वर्षों से जेल में हैं और उनके खिलाफ केस अभी अदालत में विचाराधीन है। ऐसे में ABVP का उन्हें दोषी ठहराना न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
JNU Ravan Dahan: JNUSU ने ABVP से सवाल किया कि यदि वह वास्तव में राष्ट्र के प्रति सचेत है, तो उसने रावण के रूप में नाथूराम गोडसे का चेहरा क्यों नहीं लगाया जिन्हें वे आतंकवादी नहीं मानते? साथ ही, राम रहीम जैसे दोषी व्यक्तियों को क्यों शामिल नहीं किया गया जबकि वह दुष्कर्म और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के लिए सजा पा चुके हैं। छात्र संघ ने यह भी बताया कि देश-विदेश के कई बुद्धिजीवी और मानवाधिकार कार्यकर्ता इन मामलों पर गंभीर चिंता व्यक्त कर चुके हैं ऐसे में ABVP का ऐसा रवैया चिंता का विषय है।